घनश्याम सोनी : कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक एवं अधिकारियों ने श्रमदान कर की बाबा बच्छराजकुंवर धाम परिसर की साफ-सफाई
प्रशासन धार्मिक एवं पर्यटन स्थलों की साफ-सफाई तथा प्राकृतिक स्वरूप को बनाए रखने के लिए स्वच्छता पर दे रहा है विशेष ध्यान-कलेक्टर
धार्मिक एवं पर्यटन स्थलों की नैसर्गिकता मानवीय गतिविधियों से न हो प्रभावित
धार्मिक महत्व के स्थान तथा पर्यटन स्थलों की स्वच्छता उसके नैसर्गिकता एवं प्राकृतिक सौंदर्य को बनाये रखती है। प्राकृतिक तथा धार्मिक महत्व के स्थानों में गंदगी ना फैले तथा निरंतर सफाई व्यवस्था के प्रति जागरूकता के उद्देश्य से कलेक्टर श्याम धावड़े तथा पुलिस अधीक्षक रामकृष्ण साहू के अगुआई में जिला प्रशासन के अधिकारियों ने विकासखण्ड वाड्रफनगर स्थित बाबा बच्छराजकुंवर धाम में श्रमदान कर परिसर की साफ-सफाई की एवं स्वच्छता का संदेश दिया। कलेक्टर ने प्रशासनिक अधिकारियों के साथ सम्पूर्ण परिसर की सफाई की तथा प्लास्टिक एवं अन्य कचरों को एकत्रित कर उसका उचित निस्तारण किया। साथ ही कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक ने बाबा बच्छराजकुंवर धाम में पूजा-अर्चना कर आमजनों के खुशहाली एव सुख-समृद्धि की मंगलकामना की।
प्रशासन धार्मिक एवं पर्यटन स्थलों की साफ-सफाई तथा प्राकृतिक स्वरूप को बनाए रखने के लिए स्वच्छता पर विशेष जोर दे रहा है। इसी क्रम में कलेक्टर श्याम धावड़े तथा पुलिस अधीक्षक रामकृष्ण साहू ने बाबा बच्छराजकुंवर धाम परिसर में श्रमदान कर साफ-सफाई की तथा स्वच्छता को अति आवश्यक बताया। कलेक्टर ने कहा कि अपने आसपास की साफ-सफाई के साथ-साथ धार्मिक महत्व के स्थान तथा पर्यटन स्थलों में स्वच्छता होनी ही चाहिए। इन स्थानों का प्राकृतिक स्वरूप मानवीय गतिविधियों से प्रभावित न हो यह ध्यान रखा जाये। उन्होंने कहा कि राज्य शासन के मंशानुरूप प्रशासन पर्यटन तथा धार्मिक महत्व के केन्द्रों में स्वच्छता बनाये रखने तथा लोगों को जागरूक करने के लिए प्रयासरत हैै एवं स्वच्छता प्रशासन की जिम्मेदारी के साथ-साथ लोगों का नैतिक दायित्व भी है कि वे अपने परिवेश व धार्मिक आस्था के केन्द्र को स्वच्छ एवं सुन्दर बनाये। स्वच्छता स्वस्फूर्त ही मानवीय व्यवहार में शामिल होना चाहिए। उन्होंने कहा कि आस्था के ये केन्द्र हमारी धरोहर है तथा इनका संरक्षण भी हमारी जिम्मेदारी है, सभी के समन्वित प्रयास एवं सहभागिता से ही यह संभव हो पाएगा। पुलिस अधीक्षक रामकृष्ण साहू ने भी स्वच्छता के महत्व को रेखाकिंत करते हुए कहा कि प्रकृति प्रदत्त संरचनाएं यथावत रहे तथा उनमें मानवीय हस्तक्षेप शून्य होने से उसकी नैसर्गिकता बनी रहती है। बाबा बच्छराजकुंवर धाम से साफ-सफाई के पुनीत कार्य का शुभारंभ हुआ है जो आगे भी जारी रहेगा। स्वच्छता एक ऐसा विषय है जिसमें प्रत्येक व्यक्ति की भूमिका अहम है तथा यह भूमिका उन्हें बखूबी निभानी चाहिए। इस दौरान अधिकारियों ने बच्छराजकुंवर धाम के प्रबंधन समिति के सदस्यों से कहा कि वे श्रद्धालुओं को स्वच्छता के प्रति जागरूक करें तथा परिसर की साफ-सफाई तथा उचित निस्तारण की व्यवस्था हो। अधिकारियों ने उपस्थित श्रद्धालुओं से श्रमदान के उद्देश्य से अवगत कराया तथा स्वच्छता को आत्मसात करने हेतु प्रोत्साहित किया।