भूपेश टांडिया
कोरबा/रायपुर 22 मई 2021
प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा जिला गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही अन्तर्गत जिला मुख्यालय गौरेला स्थित जिला अस्पताल, सेनेटोरियम में स्थापित किए गए 66 बेड के डेडीकेटेड कोविड अस्पताल और पैथालाॅजिकल लैब के उद्घाटन व लोकार्पण अवसर पर प्रदेश के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन व जिला के प्रभारी मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने आज वर्चुअल उपस्थिति के माध्यम से समारोह में शामिल हुए। इस अवसर पर प्रभारी मंत्री ने प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल एवं स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव को जिला गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही क्षेत्र के आम नागरिकों की तरफ से चिकित्सा के क्षेत्र में उपलब्ध कराई गई सुविधाओं के लिए आभार जताया। राजस्व मंत्री ने इस कोविड अस्पताल के लोकार्पण अवसर पर उम्मीद जताई है कि कोविड मरीजों के उपचार और उनकी बेहतर देखभाल के लिए समस्त सुविधाओं से युक्त इस अस्पताल के संचालन से क्षेत्र के मरीजों को स्थानीय स्तर पर अब बेहतर उपचार उपलब्ध हो सकेगा। राजस्व मंत्री ने जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग के समस्त अधिकारियों और कर्मचारियों व क्षेत्रवासियों को बधाई देते हुए कहा कि सभी के सामूहिक प्रयास से ही कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने व इसकी कड़ी को तोड़ने में मदद मिलेगी। इस डेडीकेटेड कोविड अस्पताल की स्थापना से पूर्व जिले से गंभीर प्रकृति के मरीजों को उपचार के लिए अन्य स्थानों हेतु रेफर किया जाता रहा है।
उल्लेखनीय है कि प्रभारी मंत्री जयसिंह अग्रवाल के प्रयासों और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के अनुमोदन पर गौरेला में डेडीकेटेड कोविड अस्पताल की स्थापना जिला अस्पताल परिसर सेनेटोरियम में की गई है जिसकी लागत लगभग 30 लाख रूपये है। इस अस्पताल में एक वेंटीलेटर और 4 नग सांस लेने में होनेवाली तकलीफ को दूर करने में सहायक उपकरण बाईपैप (नाॅन इनवेसिव वेण्टीलेटर के समान कार्यशैली) मशीन की स्थापना मुख्यमंत्री सहायता कोष से की गई है जिसकी लागत लगभग 55 लाख रूपये है। इसी के साथ मुख्यमंत्री सहायता कोष से सेंट्रल आॅक्सीजन पाईप लाईन की स्थापना की गई है। प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग द्वारा 50 आॅक्सीजन सिलेण्डर और जिला खनिज संस्थान न्यास निधि से 150 आॅक्सीजन सिलेण्डरों की खरीदी की गई है जो कोरोना संक्रमित मरीजों के उपचार में उपयोगी होंगे। जिले की कलेक्टर नम्रता गांधी ने बताया कि इस डेडीकेटेड अस्पताल में आॅक्सीजन सुविधा वाले 44 सामान्य बिस्तरों की सुविधा के साथ 6 नग एचडीयू बेड और 6 नग आईसीयू बेड के साथ कुल 66 बिस्तरों की सुविधा उपलब्ध कराई गई है जिनमें से 6 बेड प्रसूति संबंधी महिलाओं के लिए आरक्षित रखे जाएंगे।
गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही जिला के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. पैकरा ने जानकारी दी है कि इस अस्पताल का संचालन चैबीसों घंटे जारी रहेगा जिसके लिए 7 चिकित्सक और 6 नर्सें मरीजों की देखभाल के लिए सतत उपलब्ध रहंेगी। डाॅ. पैकरा ने जानकारी साझा करते हुए बताया कि इस अस्पताल में डेडीकेटेड कोविड लैब की भी स्थापना की गई है जिसमें कोविड मरीजों को बेहतर उपचार उपलब्ध कराने के लिए आवश्यक जांच की सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं।
अस्पताल के उद्घाटन अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव, सांसद श्रीमती ज्योत्सना महंत, क्षेत्रीय विधायक डाॅ. के.के. ध्रुव के अलावा अन्य जनप्रतिनिधि, प्रशासनिक और स्वास्थ्य अधिकारी वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उपस्थित रहे।