भूपेश टांडिया
रायपुर 13 अक्टूबर 2011
भाजपा ने पलायन को लेकर प्रदेश सरकार के रोजगार मुहैया कराने के दावों के खोखलेपन पर तीखा हमला बोला है। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि पलायन के आंकड़े इस बात की तस्दीक करते हैं कि प्रदेश सरकार की गोठान, गोधन समेत तमाम योजनाएं सियासी नौटंकियों की भेंट चढ़कर दम तोड़ चुकी हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को देशभर में घूम-घूमकर अपनी झूठी शान बघारने और झूठा श्रेय बटोरने से फुर्सत नहीं है।
कोरोनाकाल में लाकडाउन के दौरान मुख्यमंत्री बघेल ने प्रदेश में पांच लाख नए रोजगार स्वीकृत करने की बात कहकर अपने मुंह मियां मिठ्ठू बनने की चेष्टा की थी, लेकिन उनके दावे जमीनी तौर पर खोखले ही रहे। केंद्र सरकार के कामों को अपना बताने वाले मुख्यमंत्री बघेल ने रोजगार के जितने दावे किए थे, वह मनरेगा योजना भी केंद्र सरकार की राशि से संचालित हो रही है।
कौशिक ने कहा कि प्रदेश सरकार सरकारी भर्तियों पर कुंडली मारे बैठी है। शिक्षित बेरोजगार चयनित होने के बाद भी पिछले पौने तीन साल से अपनी नियुक्ति का आदेश पाने आंदोलन के लिए बाध्य हो रहे हैं। शिक्षित बेरोजगार वादे के बावजूद बेरोजगारी भत्ते की पाई-पाई के मोहताज हैं। कौशिक ने कहा कि सोमवार को बिलासपुर के रेलवे स्टेशन पर हजारों की संख्या में पलायन कर रहे लोगों की छपीं तस्वीरें भी यही सच बयां कर रही हैं।