नीरज अग्रवाल
लोरमी, 26 फरवरी 2022
अपनी कारगुजारियों को लेकर हमेशा से सुर्खियों में रहने वाला लोरमी का शासकीय अस्पताल एक बार फिर सुर्खियों में है। ताजा मामला डाक्टर औऱ परिजनों के बीच मरीज को रेफर के बाद उसके इलाज के लिए अस्पताल चयन को लेकर है। जिसमें यहां पदस्थ डाक्टर रुपेश साहू पर परिजनों नें ये आरोप लगाया है कि वो गंभीर रुप से घायल मरीज को खुद के द्वारा बताये गये अस्पताल में ले जानें के लिए लगातार दबाव बना रहा था। जब परिजनों ने इस पर आपत्ति करते हुए मरीज की जान बचाने के लिए उसे प्राइवेट एंबुलेंस में दूसरे अस्पताल इलाज के लिए ले गये तो अस्पताल प्रबंधन नें एंबुलेंस चालक औऱ उसके सहयोगी के खिलाफ लोरमी थाना में मामला दर्ज करा दिया।
वहीं इस घटना के बाद एंबुलेंस चालक औऱ उसके सहयोगी की ओऱ से भी डाक्टर रुपेश साहू के खिलाफ धमकी देनें का आरोप लगाते हुए थाने में शिकायत दर्ज कराई है। जिस पर अभी लोरमी थाना पुलिस ने किसी तरह का कोई अपराध पंजीबद्द नहीं किया है। पूरा मामला यहां के सड़क दुर्घटना में घायल हुए मरीज के इलाज से जुड़ा है। मिली जानकारी के मुताबिक लोरमी के जोगीपुर में रहने वाला कामता नवरंग नाम का युवक 19 फरवरी को सड़क दुर्घटना में गंभीर रुप से घायल हो गया था। जिसके बाद उसे प्राथमिक उपचार के लिए लोरमी के सरकारी 50 बिस्तर मातृ-शिशु अस्पताल में लाया गया था। घायल मरीज के परिजनों का आरोप है कि यहां समय पर इलाज नही किया जा रहा था। जिसके बाद परिजनों नें मरीज को रेफर कराना चाहा। लेकिन इलाज के दौरान ड्यूटी पर तैनात डाक्टर रुपेश साहू के द्वारा लगातार उन्हे अपने बताये अस्पताल में ले जाने को लेकर दबाव बनाया जा रहा था..वहीं डाक्टर के द्वारा उसी कंडीशन में रेफरल लेटर देने की बात कह रहा था।
मरीज की हालत बिगड़ता देख परिजन उसे निजी एंबुलेंस किसी तरह बिलासपुर ले गये। जिसके बाद पुरे मामले को लेकर विवादित डाक्टर रुपेश साहू ने बीएमओ को पत्र लिखकर बगैर परमिशन मरीज को ले जानें की शिकायत की। जिसका आरोप डाक्टर नें एंबुलेंस चालक वैभव शर्मा औऱ अजय कुमार टंडन पर लगाया है। डाक्टर की शिकायत को आधार बनाते हुए लोरमी बीएमओ नें मामले की रिपोर्ट लोरमी थाना में दर्ज करा दी है। जिसमें दोनों के खिलाफ धारा 186 के तहत अपराध भी लोरमी थाना पुलिस नें पंजीबद्द कर लिया। वहीं इस मामले में नया मोड़ तब आया जब वाहन चालक जो कि आरोपी भी बनाये गये हैं। वैभव शर्मा और अजय कुमार टंडन की ओऱ से एक शिकायत लोरमी थाने में की गई जिसमें सरकारी डाक्टर रुपेश साहू की ओऱ से दोनों को धमकानें का आरोप लगाया गया है।
इस मामले में लोरमी थाना पुलिस नें डाक्टर के खिलाफ कोई भी अपराध पंजीबद्ध नही किया है। जबकि मरीज के परिजन ये साफ तौर पर कह रहें है कि असप्ताल मे ठीक तरह से घंटों इंतेजार के बाद भी इलाज नही होनें के चलते वो अपनी इच्छा से मरीज की जान बचानें के लिए मरीज को लेकर बिलासपुर गये। पुरे मामले में अस्पताल में तैनात डाक्टर रुपेश साहू की भूमिका सवालों के घेरे में हैं।वहीं जब इस मामले को लेकर लोरमी बीएमओ से बात की गई तो वो परिजनों की ओर से शिकायत मिलनें पर दूसरे पक्ष से जुड़े पहलुओं पर भी जांच करानें की बात कहते हुए नजर आ रहे हैं