इंसाफ कब मिलेगा? : बुजुर्ग ने लगाया बैंक मैनेजर पर 18 लाख रुपए राशि हड़पने का आरोप, शिकायत के 10 दिन बाद भी कोई कार्रवाई नहीं

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प्रमोद मिश्रा

कोरबा/रायपुर, 13 मार्च 2023

एक बुजुर्ग अपने जवान बेटे के मौत के बाद मिली राशि को पाने थाने के चक्कर लगा रहा है, लेकिन अभी तक न तो बुजुर्ग को राशि मिली और न ही इंसाफ । दरअसल, 66 साल के बुजुर्ग ने कोरबा जिले के बालको थाने में शिकायत देकर कहा है कि मैं राजकुमार पैकरा, पिता-स्व. गुलबदन सिंह पैकरा उम्र 66 वर्ष संतोषी मंदिर के पास, पाड़ीमार भद्रापारा बालको नगर जिला कोम्बा का निवासी हूँ कि मेरे पुत्र रूप. राकेश कुमार पैकरा की मृत्यु दिन 28.5.2022 को कार एक्सीडेंट में मृत्यु हो गई थी, जिसके बाद आई सी आई सी लोम्बार्ड कंपनी में इंश्योरेंस किया था। जो मेरे पुत्र की मृत्यु की सूचना ऑनलाइन बीमा कंपनी को दिया था ।  हैदराबाद के पते पर रजिस्ट्री कर दिया था। जिसमें कुछ और फार्म भरने को मेल भरने के लिये आया था। जिसके संबंध में कोरबा ब्रांच में जाकर पता, जहां ब्रांच मैनेजर दिलीप तिवारी द्वारा विभिन्न प्रकार के फार्म भरा, जिसमें बहू का दस्तखत करावाया था, तो ब्रांच के चपरासी कन्हैया सतनामी, बहू से दस्तखत काराने घर आया था । व अलग अलग फॉर्म में बहु से दस्तखत कराने स्वयं ब्रांच मैनेजर दिलीप तिवारी भी आया था। उसके बाद 50,00000 का 18% टेक्स जमा कराया। जिसकी रात्रि 900,000 रुपए पहले कराया, उसके बाद इंश्योरेंस की राशि प्राप्त हुई । उसके बाद इसी पॉलिसी का 10,00,000 लाख एवं एक और दस लाख का पॉलिसी क्लेम करवाया। उसका भी दोनों का 18% यानी, करीब 3 लाख 60 हजार राशि, चेक एवं फोन पे से जमा करवाया । उसके बाद आपका मेरे पत्नी के नाम श्रीमती रामेश्वरी पैकरा का नाम फर्जी पॉलिसी का मेल बना के, जिसमें 1 करोड़ का बीमा बताके फिर क्लेम फॉर्म भरवाया और पैसा वसूलना शुरू किया। चूंकि 50 लाख की राशि बीमा क्लेम का प्राप्त हो चुका था। इसलिये उस वक्त ज्यादा संदेह नही हुआ। परंतु उनका मांग बढ़ने लगा । मैं उसे राशि चेक, फोन पे एवम नगद जमा करता रहा । आपका काम करवाने के रायपुर एवं हैदराबाद का नाम लेता था । एक दिन 24-1-2023 को उनका चपरासी कन्हैया लाल आया और एक लिफाफा दिया, जिसमें 1 करोड़ की राशि आ गयी है उसको कंपनी फिक्स डिपॉजट में डाल दिया है, बोलकर तिवारी ने फोन किया और 2 लाख रु. देना है पॉलिसी कन्हैया के हाथ में भेजा हूं। में पॉलिसी रख लिया और 50, 000 रुपये नगद कन्हैया को दे दिया।

 

 

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उनके जाने के पश्चात लिफाफा खोलकर देखा तो शंका हुआ, और ICICI लोमबार्ड ऑफिस से चेक करवाया, तो फर्जी निकला। उसके बाद दिलीप तिवारी 24-01-2023 फोन बगाया, तिवारी जी करीब 18 लाख रुपए दिया हूं। उसे वापस कीजिए क्योंकि आप न तो सर्विस टैक्स भरे हैं और नहीं, आय कर जमा किये हो। उन्होने रिक्वेस्ट किया कि अंकल जी दो दिन के लिये मैं अपना हिसाब कर लौटा दूँगा। उसके पश्चात 27-02-2023 को सुबह 10 बजे के करीब बुलाया, मैं और मेरे दामाद राजा साहब कँवर को लेकर गया और उनको पैसे का तारीख के अनुसार लिस्ट दिया। उन्होंने एक दिन का और समय मांगा, हमनें उनको दिया। उसके पश्चात वह पैसा देने के लिये मना किया। और बात भी करने पर इंकार कर दिया। कहता है कोर्ट से निपट लूँगा। अब तक करीब 18 लाख रुपये का धोखा धडी किया है। अतः महादय से निवेदन है कि उचित कार्यवाही करने कृपा करें।

आपको बताते चलें कि इस मामले में प्रार्थी राजकमार पैकरा के पास सभी दस्तावेजों के साथ बैंक मैनेजर के वॉइस रिकॉर्डिंग मौजूद हैं । जिसमें बैंक मैनेजर पैसा लौटाने की बात कह रहे हैं । इस मामले को लेकर 3 मार्च को बालको थाना के प्रभारी से शिकायत की गई थी, लेकिन 10 दिन बीत जाने के बाद भी अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है । ऐसे में 66 साल के बुजुर्ग राजकुमार पैकरा का कहना है कि अगर पुलिस करवाई नहीं करती है तो किसके पास जाएंगे । ऐसे में देखना महत्वपूर्ण होगा कि आखिर पुलिस कब कार्रवाई करती है?

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मीडिया 24 न्यूज़ ने जब इस मामले में ब्रांच मैनेजर दिलीप तिवारी से बात किया, तो उनका कहना था कि अभी जांच जारी है और मैंने कोई भी गलत काम नहीं किया है ।

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