प्रमोद मिश्रा
रायपुर, 15 अप्रैल 2023
छत्तीसगढ़ प्रदेश भाजपा महामंत्री ओपी चौधरी ने बिरनपुर मामले में न्याय की मांग कर रहे भाजपा कार्यकर्ताओं को नोटिस जारी किए जाने पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि प्रदेश में कांग्रेस जज की भूपेश सरकार की पुलिस भाजपा के कार्यकर्ताओं को तथाकथित रूप से हेट स्पीच के लिए नोटिस थमा रही है। यह इनका गजब का दोहरा चरित्र है। बॉडी लैंग्वेज से लेकर बयानों तक अगर हेट स्पीच का कोई सरगना है तो वह स्वयं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल हैं। राज्यपाल से लेकर प्रधानमंत्री तक के बारे में अनर्गल और आपत्तिजनक टिप्पणी करते हैं। इनमें जरा भी सामान्य शिष्टाचार नहीं है। संवैधानिक संस्थाओं का भद्दा मजाक उड़ाते हैं। इन के विधायक बृहस्पत सिंह सरेआम अधिकारी को पीट देते हैं और भूपेश बघेल कहते हैं कि यह आपस का मामला है। इनके मंत्री कवासी लखमा बच्चों को कुसंस्कार की शिक्षा देते हुए कहते हैं कि अगर नेता बनना है तो कलेक्टर एसपी की कॉलर पकड़ो। क्या कांग्रेस में नेता बनने की यही बुनियादी शिक्षा है कि गुंडागर्दी करो। इनकी विधायक शकुंतला साहू रेत के अवैध उत्खनन के मामले में तहसीलदार को जाकर धमकाती हैं। प्रदेश में माव लिंचिंग से एक युवक की हत्या होती है और इनके मंत्री अमरजीत भगत कहते हैं कि छोटी घटना घटी।
प्रदेश भाजपा महामंत्री ओपी चौधरी ने कहा कि भाजपा के कार्यकर्ता और नेता छत्तीसगढ़िया युवक की नृशंस हत्या के मामले में न्याय के लिए, उचित मुआवजा राशि के लिए, अपने विपक्ष धर्म का निर्वहन करते हुए आवाज उठा रहे हैं तो आप उनके खिलाफ मामले दर्ज करते हैं।दरअसल गांधी नेहरू परिवार को खुश करने यूपी में 50- 50 लाख रुपये बांटने वाले भूपेश बघेल की बौखलाहट यह है कि भाजपा के आवाज उठाने पर इन्हें मजबूरी में 10 लाख रुपए सांत्वना राशि देना पड़ा। 10 जनपद को छोड़कर किसी को पैसा देना इन्हें बर्दाश्त नहीं होता। ये छत्तीसगढ़ियों को पैसा देना ही नहीं चाहते। इनकी लापरवाही से छत्तीसगढ़ के कई युवा खिलाड़ियों की मृत्यु हुई। उन्हें उचित सहयोग राशि नहीं दिया। उनकी जान की कीमत 3 लाख लगाई गई। भाजपा इस अन्याय का विरोध करती है। यही भूपेश बघेल की बौखलाहट का असल कारण है।
प्रदेश भाजपा महामंत्री ओपी चौधरी ने कहा कि भूपेश बघेल सरकार कितना भी दमन कर ले। कितनी भी प्रताड़ना कर ले। कितनी भी एफआईआर कर ले। जितना भी जेल भेजना है, भेज दे। भाजपा के कार्यकर्ता छत्तीसगढ़ की जनता के हक में लड़ाई लड़ते रहेंगे। सनातन संस्कृति की रक्षा के लिए, विपक्ष का धर्म निभाने के लिए हम लड़ते रहेंगे। 6 माह की बात है। हम कांग्रेस की अत्याचारी सरकार को उखाड़ कर ही दम लेंगे।