प्रमोद मिश्रा, 18 मई 2023
मुंबई के 26/11 हमलों के एक आरोपी को जल्द ही अमेरिका से भारत लाया जाएगा। अमेरिका की एक अदालत ने पाकिस्तानी मूल के कनाडाई व्यवसायी तहव्वुर राणा के भारत प्रत्यर्पण की मंजूरी दे दी है। भारतीय अधिकारियों ने तहव्वुर राणा के मुंबई आतंकी हमले में शामिल होने की बात कही थी। इन आरोपो के जरिए मांग थी कि इसे भारत भेजा जाए। कुछ दिनों पहले ही ऐसी रिपोर्ट आई थी कि NIA 26/11 हमलों के एक मुख्य आरोपी के खिलाफ प्रत्यर्पण की कार्रवाई शुरू करने की तैयारी कर रही है।
भारत ने 10 जून 2020 को एक शिकायत दर्ज करते हुए तहव्वुर राणा (62) की अस्थायी गिरफ्तारी की मांग की थी। राणा के भारत प्रत्यर्पण के अनुरोध को जो बाइडेन प्रशासन से समर्थन और मंजूरी मिली थी। कैलिफोर्निया की डिस्ट्रिक्ट कोर्ट की जज जैकलिन चूलजियान ने कहा, ‘अदालत ने अनुरोध के समर्थन और विरोध से जुड़े सभी दस्तावेजों की समीक्षा की है और उन पर विचार किया है।’ 48 पन्नो का आदेश बुधवार को जारी किया गया है।
आतंकी की कर रहा था मदद
जज ने आगे लिखा, ‘इस तरह की समीक्षा और विचार के आधार पर और यहां चर्चा किए गए कारणों के निष्कर्ष पर राणा की प्रत्यर्पण योग्यता को प्रमाणित किया जाता है, जो अनुरोध का विषय है।’ अदालत की कार्रवाई के दौरान अमेरिकी सरकार के वकीलों ने तर्क दिया कि राणा को पता था कि उनका बचपन का दोस्त डेविड कोलमैन हेडली, लश्कर ए तैयबा के साथ काम कर रहा है। तहव्वुर राणा उसकी उसकी गतिविधियों के लिए कवर प्रदान किया, जो आतंक की मदद करना है।
मुबई में हुआ था आतंकी हमला
आगे कहा गया कि राणा को हेडली की बैठकों और हमले की रणनीति के बारे में पता था, जिसमें कुछ टार्गेट भी शामिल थे। अमेरिकी सरकार ने दावा किया कि राणा साजिश का हिस्सा था और इस लिहाज से उसने एक आतंकवादी कृत्य करने का बड़ा अपराध किया था। साल 2008 के 26 नवंबर को मुंबई में आतंकी हमले हुए थे। लश्कर के आतंकियों ने यहां गोलीबारी और बम धमाके किए थे। इस हमले में छह अमेरिकी नागरिक समेत 166 लोग मारे गए थे। वहीं लगभग 300 लोग जख्मी थे। यह हमले कई दिनों तक जारी रहे। बाद में इसे एनएसजी ने खत्म किया।