प्रमोद मिश्रा
रायपुर, 10 सितंबर 2023
छत्तीसगढ़ में एक बार फिर विश्व हिंदू परिषद ने न केवल हिंदुओं की घर वापसी कराई, बल्कि उन्हें अंधविश्वास से भी बचाया।
दरअसल, छत्तीसगढ़ के बलौदाबाज़ार भाटापारा के अंतर्गत आने वाले जिला मुख्यालय से 15कि. मी. की दूरी पर स्थित ग्राम नयापारा (डमरू) के एक हिन्दू परिवार द्वारा अपने घर में प्रार्थना सभा कराया जा रहा है।
ऐसी सूचना मिलते ही गांव के सरपंच राजेंद्र जायसवाल कुछ ग्रामीणों के साथ वहां पहुंचे और विश्व हिन्दू परिषद जिला अध्यक्ष अभिषेक तिवारी को इसकी जानकारी दी।
जानकारी लगते ही अभिषेक तिवारी भाजयुमो नगर अध्यक्ष वासुदेव ठाकुर के साथ तत्काल बिना देर किए गांव श्यामलाल देवदास के घर नयापारा पहुंचे और देखा कोरदा निवासी श्यामलाल रात्रे द्वारा वहां ईसा मसीह की प्रार्थना करवाई जा रही थी, पूछताछ करने पर श्यामलाल देवदास की पुत्री चंपा ने स्वीकार किया कि मेरी आँख खराब हो गई है और पास्टर एवं उसके रसेड़ी में रहने वाले रिश्तेदार द्वारा ईसा मसीह को मानने और प्रार्थना कराने से रोशनी आ जाएगी। इसलिए पिछले 2वर्षों से मैं ईसा को मान रही हूँ और अपने पिछले चार माह से कोरदा के श्यामलाल रात्रे के द्वारा प्रार्थना घर आकर किया जा रहा है, उसके पूर्व रसेड़ी भी जाती रही हूँ।
श्यामलाल देवदास ने भी बताया की मेरी पुत्री के दबाव में इसकी बात मानकर चुप बैठ गया। चम्पा ने घर में रखे देवता और रामायण को विसर्जित कर दिया और घर में दिया बत्ती लगाने से भी मना कर दिया। बेटी की आँख ठीक हो जाएगी सोचकर मैंने मना नहीं किया, लेकिन आज दो वर्षों बाद भी इसमें कोई सुधार नहीं हुआ। मैं अपने पूरे परिवार के साथ पुनः हिन्दू समाज में वापसी करके अपने घर में देवता पितरों की पूजा करना चाहता हूँ।
वहीं कोरदा से आए श्यामलाल रात्रे ने सफाई देते हुए कहा की मेरी प्रार्थना से कोई बीमारी ठीक करने होने की मैं गारंटी नही लेता, ये सिर्फ मन की शांति के लिए है। गांववालों के विरोध के बाद श्यामलाल रात्रे ने दोबारा गांव में आकर मतांतरण न कराने की बात कही।
वहीं अभिषेक तिवारी ने मजबूर गरीब बीमार हिन्दुओं को भ्रमजाल में फंसाकर मतांतरण न कराने की पास्टर को हिदायत दी। जिसके तुरंत बाद अपनी गलती पर माफ़ी मांगकर श्यामलाल रात्रे अपने गांव वापस लौट गया। तत्पश्चात गांव के ही रामायण चौक में जहाँ रामायण पाठ हो रहा था।
जहां समस्त ग्रामीणों की उपस्थिति में अभिषेक तिवारी एवं गांव के पुरोहित द्वारा श्यामलाल देवदास के परिवारजनों स्व. साहेब लाल देवदास की पत्नी एवं बच्चों का सनातनी विधिविधान से गंगाजल से चरण धोकर, श्रीमद्भगवत गीता भेंटकर, राम स्तुति एवं आरती कराकर घर वापसी एवं शुद्धिकरण कराया गया। वहीं श्यामलाल देवदास के घर में दीप प्रज्वलन भगवान के चित्र एवं गीता की स्थापना के साथ हनुमान चालीसा का पाठ किया गया।
ग्रामीणों को सम्बोधित करते हुए जिला अध्यक्ष अभिषेक तिवारी ने कहा की गांव में किसी भी विधर्मी को देखते ही हमें सूचित करें और बाहर से आने वालों पर एवं गतिविधियों पर नजर बनाए रखें। अपने गांव घर की समस्याओं को आपसी बैठक से सभी समाज के लोग मिलकर समाधान निकालें। किसी भी झाड़ फूँक पास्टर पादरी, मुल्ला मौलवी के बहकावे में आकर अपना धर्म और घर परिवार नष्ट न करें। गांव के सरपंच ने भी ग्रामीणों से एकजुट होकर रहने और धर्मसम्मत कार्य करने का आग्रह किया और साथ ही ये चेतावनी भी दी की गांव में धर्मविरोधी किसी भी गतिविधि एवं व्यक्ति को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।