प्रमोद मिश्रा
गढ़चिरोली, 13 मई 2024|
महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले में सोमवार को सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में दो महिलाओं समेत तीन नक्सली मारे गए हैं. इस ऑपरेशन को ढ़चिरौली पुलिस की स्पेशलाइज्ड कॉम्बैट विंग सी-60 के कमांडो ने किया है. घटनास्थल से एक एके-47, एक कार्बाइन, एक इंसास राइफल और नक्सली साहित्य मिले हैं.
पुलिस अधीक्षक नीलोत्पल ने बताया कि खुफिया सूचना मिली हुई थी कि नक्सली संगठन पेरीमिली दलम के सदस्य विध्वंसक गतिविधियों को अंजाम देने के लिए भामरागढ़ तालुका के कटरांगट्टा गांव के पास जंगल में डेरा डाले हुए हैं. इसके बाद सर्च ऑपरेशन के लिए सी-60 के कमांडो को वहां भेजा गया.
कमांडो की टीम जब सर्च ऑपरेशन कर रही थी, तभी नक्सलियों ने उन पर अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी. इसके बाद सी-60 टीम ने भी उनके ऊपर जवाबी फायरिंग किया है. इस मुठभेड़ में तीन नक्सली घटनास्थल पर ही मारे गए. इनमें एक पुरुष और दो महिला नक्सली शामिल है, जिनके शव बरामद किए गए हैं.
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मारे गए नक्सलियों में से एक की पहचान पेरिमिली दलम के प्रभारी और कमांडर वासु के रूप में हुई है. घटनास्थल पर एक एके-47 राइफल, एक कार्बाइन, एक इंसास राइफल, नक्सली साहित्य सहित कई सामान मिले हैं. इस इलाके में नक्सल विरोधी अभियान चलाया जा रहा है.
बताते चलें कि पिछले सप्ताह छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के गंगलूर पुलिस थाना क्षेत्र के पीडिया गांव के पास जंगल में 12 घंटे चले ऑपरेशन में सुरक्षाकर्मियों ने 12 नक्सलियों को मार गिराया था. सभी शवों को बीजापुर लाया गया, जहां मृतकों की पहचान की गई. उनके सिर पर 31 लाख रुपए का इनाम था.
बताया जा रहा है कि इस ऑपरेशन में सुरक्षा बलों के लिए एक चौंकाने वाली बात सामने आई. मुठभेड़ के दौरान कुछ नक्सली खुद को ग्रामीण बताने लगे. उनको गुमराह करने के लिए सादे कपड़ों में आकर गांव वालों के बीच घुल मिल गए. इसके बाद पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में ले लिया.
बीजापुर के पुलिस अधीक्षक जितेंद्र कुमार यादव ने बताया था कि मारे गए नक्सलियों में बुधु ओयम और कल्लू पुनेम सैन्य कंपनी नंबर के सदस्य थे. इनके सिर पर 8 लाख का इनाम था. गंगालूर एरिया कमेटी सदस्य लाखे कुंजाम, सैन्य कंपनी नंबर 12 के सदस्य भीमा करम के सिर पर 5-5 लाख का इनाम था.
अन्य मृतक नक्सलियों में मिलिशिया प्लाटून कमांडर सन्नू लाकोम और पीपुल्स गवर्नमेंट के उपाध्यक्ष अवलम पर 2-2 लाख का इनाम था. छह अन्य नक्सली निचले स्तर के सदस्य थे. कुछ माओवादियों ने तीन स्थानों पर घात लगाकर सुरक्षा बलों को घेरने की भी कोशिश की थी, वे लेकिन नाकाम रहे.