प्रमोद मिश्रा
रायपुर, 11 अक्टूबर 2024
आर्थिक बदहाली से जूझ रहे वन विभाग ने ऊर्जा पार्क में मॉर्निंग वॉक करने जाने वाले लोगों से पांच सौ रुपए मासिक शुल्क लेने की योजना को फिलहाल स्थगित करने का निर्णय लिया है। इसकी वजह शुल्क लेने का लोगों द्वारा विरोध करना बताया जा रहा है। गौरतलब है कि पार्क के रखरखाव तथा मेंटेनेंस के नाम पर वॉक करने वाले लोगों से शुल्क लेने की हरिभूमि ने प्रमुखता के साथ खबर प्रकाशित की थी। खबर प्रकाशित होने के बाद वन विभाग के निर्णय का राजनीति के साथ अन्य सभी वर्ग के लोगों ने विरोध किया।
विरोध के कारण वन विभाग को निर्णय वापस लेना पड़ा:
विरोध के कारण वन विभाग को निर्णय वापस लेना पड़ा। इस बात की पुष्टि रायपुर डीएफओ लोकनाथ पटेल ने की है। मॉर्निंग सीसीएफ कार्यालय के निर्देश पर रायपुर वनमंडल ने सात अक्टूबर को पत्र जारी कर मॉर्निंग वॉक करने वाले लोगों से हर माह पांच सौ रुपए शुल्क लेने का आदेश जारी किया था। आदेश जारी होने के बाद अगले सप्ताह सोमवार से मॉर्निंग वॉक करने आने वाले लोगों से शुल्क वसूलने की तैयारी में विभागीय अफसर जुटे हुए थे। इसके लिए मॉर्निंग वॉक करने आने वाले लोगों के लिए आवश्यक पास बनवाने आदेश जारी कर दिया गया था।
अर्जित आय की आधी रकम ऊर्जा विभाग के पास:
राजीव स्मृति वन को उर्जा तथा वन विभाग ने मिलकर बनाया है। इसीलिए पार्क से अर्जित आय की आधी रकम ऊर्जा विभाग के पास जाती है। अफसरों के अनुसार पार्क से हर महीने औसतन दो से तीन लाख रुपए की आय अर्जित होती है। इस लिहाज से पार्क की देखरेख तथा मेटेंनेस के लिए वन विभाग को पैसे खर्च करने पड़ते हैं। इसी नुकसान की भरपाई के लिए वन विभाग ने मार्निंग वॉक करने आने वाले लोगों से शुल्क लेने की योजना बनाई है।