प्रमोद मिश्रा
रायपुर, 10 मई 2025
सुशासन तिहार के तीसरे चरण में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का आकस्मिक निरीक्षण और समाधान शिविरों का सिलसिला जारी है। इसी क्रम में शुक्रवार को उन्होंने महासमुंद जिला मुख्यालय में महासमुंद, गरियाबंद और बलौदाबाजार-भाटापारा ज़िलों के अधिकारियों की संयुक्त बैठक ली। बैठक में कलेक्टर, एसपी, डीएफओ सहित वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री ने बैठक में स्पष्ट किया कि सुशासन तिहार केवल औपचारिकता नहीं, बल्कि आम जनता की समस्याओं के त्वरित समाधान का अभियान है। उन्होंने कहा, “एक सफल अधिकारी वही होता है, जो पहल करता है, संवाद करता है और समाधान तक पहुँचता है।” उन्होंने कलेक्टरों और एसपी को निर्देश दिए कि वे नियमित तौर पर क्षेत्र भ्रमण करें और जनता की समस्याओं का मौके पर ही निराकरण सुनिश्चित करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमेशा अधिकारियों को जनता से जुड़ने और उनकी पीड़ा को समझकर काम करने की प्रेरणा देते हैं। उन्होंने अफसरों से आग्रह किया कि वे ऊर्जा, संवेदनशीलता और विनम्रता के साथ जनसेवा करें।
बैठक में पेयजल, बिजली आपूर्ति, राजस्व प्रकरणों, अधोसंरचना विकास और शिक्षा के क्षेत्र की भी समीक्षा की गई। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि तीन साल से अधिक समय से लंबित राजस्व प्रकरणों का निपटारा मार्च 2026 तक कर लिया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि जिन ज़िलों में 10वीं और 12वीं के परीक्षा परिणाम अपेक्षा से कम आए हैं, वहाँ विशेष प्रयास किए जाएँ।
बैठक में सांसद रूपकुमारी चौधरी, प्रभारी मंत्री दयाल दास बघेल, विधायक योगेश्वर राजू सिन्हा, विधायक रोहित साहू, मुख्य सचिव अमिताभ जैन, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव सुबोध कुमार सिंह, सचिव बसवराजू एस, रायपुर संभागायुक्त महादेव कावरे और पुलिस महानिरीक्षक अमरेश मिश्रा सहित संबंधित ज़िलों के कलेक्टर व एसपी मौजूद थे।