प्रमोद मिश्रा
रायपुर, 31 दिसंबर 2020
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा है कि प्रदेश सरकार ने पिछले साल अनुमति मिलने के बावजूद 28 लाख मीटरिक टन चावल एफसीआई में जमा नहीं कराया और मुख्यमंत्री व कृषि मंत्री लगातार झूठ बोलकर किसानों के साथ खुली धोखाधड़ी करने पर आमादा हैं। कौशिक ने कहा कि जब से कांग्रेस सत्ता में आयी है तब से ही उसकी मंशा स्पष्ट व सही नहीं है। जब भी किसानों के धान की ख़रीदी की बात आती है तो केवल भ्रम फैलाकर प्रदेश की सरकार अपनी ज़िम्मेदारियों से बचने की कोशिश करती है। कौशिक ने कहा कि प्रदेश सरकार की बदनीयती और कुनीतियों के चलते आज पूरे प्रदेश में धान खरीदी बंद हो रही है। प्रदेश सरकार के पास बहानों और बयानों का ही सहारा है।
नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने कहा कि पिछले समय जो धान ख़रीदने की अनुमति चावल के लिए केंद्र सरकार द्वारा दी गई, उसमें 28 लाख मीटरिक टन 30 सितंबर 2020 तक एफसीआई में जमा करने थे। राज्य सरकार यह चावल जमा करने में विफल रही है। सितंबर के बाद अक्टूबर और नवंबर तक प्रदेश सरकार ने समय मांगने के बाद अब प्रदेश सरकार दिसंबर तक का समय इसके लिए मांग रही है। इस प्रकार तीन बार समय वृद्धि हुई है और अभी भी प्रदेश सरकार 28 लाख मीटरिक टन चावल एफसीआई में जमा करने में विफल रही है। श्री कौशिक ने कहा कि अभी भी एफसीआई के गोदाम में 06 लाख मीटरिक टन चावल रखने के लिए ज़गह खाली है, किंतु इस सरकार ने आने वाले समय का रोना शुरू कर दिया है। प्रदेश सरकार का इस मामले में केंद्र सरकार पर मदद नहीं करने का आरोप लगाना मिथ्या प्रलाप है। प्रदेश सरकार ने धान ख़रीदी का काम ही एक माह विलंब से शुरू किया है, उसके चलते इसमें जो बात सामने आ रही है, सोसाइटियों को जाम करके रखा गया है और यह कहना कि सोसाइटियों में ज़गह नहीं है, किसानों का धान नहीं ख़रीदी जा रहा है।