प्रमोद मिश्रा
रायपुर, 10 फरवरी 2021
कहते हैं कि जीवन में कई बार समस्या ऐसे समय पर आती हैं जिसका तत्काल निराकरण होना आवश्यक होता है और कई बार ऐसी समस्याओं की वजह से कैरियर भी बर्बाद हो जाते हैं..पर यदि समय रहते सही लोगों से संपर्क करें तो समस्याओं का निराकरण भी हो जाता है ..कुछ इसी तरह का मामला यह भी है.
दरअसल छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग द्वारा उच्च शिक्षा विभाग के अंतर्गत विधि, संस्कृत, माइक्रोबायोलॉजी, बायोकेमेस्ट्री, वानिकी, बायोटेक्नोलाजी और भूगर्भशास्त्र विषयों के लिए सहायक प्राध्यापक पद के लिए 93 अभ्यर्थियों का साक्षात्कार आज 09फरवरी को आयोजित किया गया था.. इस साक्षात्कार से पहले संस्कृत विषय में असिस्टेंट प्रोफेसर हेतु साक्षात्कार देने गए विद्यार्थियों के सामने समस्या आयी यह कहकर उन्हें रिजेक्ट किया जा रहा था कि साहित्य में आचार्य और व्याकरण में आचार्य उन्होंने संस्कृत भाषा से किया है और वे अपात्र है उन्हें बताया जा रहा था और सिर्फ उन्हें ही इंटरव्यू में शामिल किया जा रहा है जिन्होंने सामन्य स्नातकोत्तर की पढ़ाई की है..यह सुनने के बाद प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों से गए छात्रों के मन में निराशा आई उन्होंने काफी प्रयास किया लेकिन उनकी बात नहीं बनी..अंततः एक अभ्यर्थि बुतरू राम वर्तमान में उदयपुर सरगुजा के रहने वाले उन्होंने संसदीय सचिव चिंतामणि महाराज को फोन किया और अपनी समस्या उन्हे बताई.. समस्या सुनने के बाद चिंतामणि महाराज ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए अधिकारियों से चर्चा की और विद्यार्थियों की समस्या का निराकरण तत्काल फोन से ही निकाला.. फिर अभ्यर्थियों की समस्या दूर हुई और इनका भी साक्षात्कार संपन्न हुआ अभ्यर्थियों ने मीडिया24 से कहा कि यदि संसदीय सचिव चिंतामणि महाराज का साथ इसमे नहीं मिला होता तो शायद वे साक्षात्कार से वंचित होते..आपको बता दें प्रदेश के अलग अलग जिलों से करीब 15 छात्र इस साक्षात्कार(इंटरव्यू) में गए हुए थे.