चुनावी अभिभाषण में PM मोदी ने ममता बनर्जी पर कसा तंज , PM ने कहा : ‘दस साल में क्या किया इसका कोई ठोस जवाब दीदी के पास नहीं है’

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मीडिया24 न्यूज़ डेस्क

 

 

 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को असम और पश्चिम बंगाल के दौरे पर हैं। असम के बाद उन्होंने बंगाल के जयनगर में रैली की। इस दौरान मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि दीदी हम सीजनल सत्ता वाले लोग नहीं हैं। हम अपनी परंपरा पर हमेशा गर्व करने वाले लोग नहीं है। मोदी ने कहा कि दीदी की समस्या क्या है यह पूरा क्षेत्र जानता है। दस साल में क्या किया इसका कोई ठोस जवाब दीदी के पास नहीं है।

मोदी के भाषण की खास बातें

1. दीदी के लोग चोटी रखने वालों को राक्षस कहने लगे हैं
मोदी ने कहा कि ममता दीदी को जय श्रीराम के आह्वान से दिक्कत है, ये पूरा बंगाल पहले से जानता है। ममता दीदी को दुर्गा जी की प्रतिमा के विसर्जन से दिक्कत रही है, ये भी पूरा बंगाल पहले से जानता है, लेकिन अब दीदी को तिलक से दिक्कत है। अब दीदी को भगवा वस्त्र से दिक्कत है। और तो और अब दीदी के लोग चोटी रखने वालों को राक्षस कहने लगे हैं।

2. दीदी दूसरे राज्यों का अपमान कर रहीं
प्रधानमंत्री ने कहा कि ममता दीदी जिस तरह यूपी और बिहार के लोगों के खिलाफ दुश्मनी की भाषा बोल रही हैं, वो उनकी राजनीतिक समझ पर सवाल पैदा कर रहा है। दीदी, आप ये भूल रही हैं कि आपने सीएम के नाते संविधान की शपथ ली हुई है। भारत का संविधान, इसकी इजाजत नहीं देता कि आप दूसरे राज्यों का इस तरह अपमान करें।

3. तृणमूल की तोलाबाजी से हर वर्ग परेशान
मोदी ने कहा कि अम्फान तूफान के समय आपकी मदद करने की बजाय इन्होंने आप लोगों को ही जीत लिया। इसी लूट का दूसरा नाम है- खेला होवे। शोनार बांग्ला के लक्ष्य के साथ बीजेपी की डबल इंजन सरकार यहां की प्रगति को महत्व देगी। साथियों तृणमूल की तोलाबाजी ने गरीब, मध्यमवर्ग और उद्यमी सभी का जीना मुश्किल किया है। जॉब, होम लोन, एजुकेशन, अस्पताल में एडमिशन हो हर जगह कट मनी, कट मनी, कट मनी।

4. टीएमसी की नीतियों से किसानों को बड़ा नुकसान हुआ
प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोनाकाल में दिल्ली से सरकार ने चावल भेजा तो उसमें भी कट मनी। गरीब की थाली में भी कट मनी। बंगाल में केंद्र सरकार ने तीस लाख से ज्यादा घर गरीबों के लिए स्वीकृत किए हैं, लेकिन कट मनी के कारण यहां कई गरीबों के घर अधूरे पड़े हैं। इन सारी स्थितियों को बदलने का काम बंगाल की बीजेपी सरकार करेगी। साथियों टीएमसी सरकार की नीतियों का बहुत बड़ा नुकसान हमारे किसान भाइयों ने उठाया है। ये लोग दीदी के कारण किसान सम्मान निधि से वंचित हैं।

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5. लगता है दीदी ने किसानों को सजा देने का मन बना रखा है
मोदी बोले कि बीते तीन सालों में देशभर के किसानों के खाते में डायरेक्ट पैसे ट्रांसफर हुए हैं। केंद्र दीदी से किसानों के नाम मांगती रही, उनके अकाउंट नंबर मांगती रही, लेकिन दीदी ने कोई मदद नहीं की। ऐसा लगा जैसे दीदी ने किसानों को सजा देने का मन बना रखा हो। आज मैं जब बंगाल की धरती पर खड़ा हूं तो यहां के किसानों को वादा करता हूं- 2 मई को जैसे ही बंगाल में बीजेपी की सरकार बनेगी किसान के खाते में 18 हजार रुपए ट्रांसफर कर दिए जाएंगे। आज दीदी आपके इस अधिकार के सामने दीवार बनकर खड़ी है।

इससे पहले मोदी ने असम के कोकराझार में चुनाव प्रचार किया। उन्होंने कांग्रेस और बदरुद्दीन अजमल के गठबंधन पर हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस एक महाझूठ बनाकर, एक बार फिर कोकराझार सहित पूरे बोडोलैंड टेरिटोरियल रीजन को छलने निकली है। जिस दल के नेताओं ने कोकराझार को हिंसा की आग में झोंका था, आज कांग्रेस ने अपना हाथ और अपना भाग्य उन लोगों को थमा दिया है। कांग्रेस के कुशासन ने कैसे कोकराझार को सालों साल झुलसने दिया ये आप और हम कभी भी भूल नहीं सकते हैं। कोकराझार के युवा, बहनें और यहां का हर नागरिक हिंसा का वो दौर भूला नहीं है।

मोदी के भाषण की अहम बातें
1. असम के लोगों ने कांग्रेस को रेड कार्ड दिखा दिया
पूरा हिंदुस्तान जानता है कि यहां के नौजवानों में फुटबॉल बहुत फेमस है। उन्हीं की भाषा में कहूं तो कांग्रेस और उसके महाझूठ को फिर रेड कार्ड दिखा दिया गया है। असम के विकास के लिए असम के लोगों का विश्वास NDA पर है। असम में शांति और सुरक्षा के लिए असम के लोगों का विश्वास NDA पर है।

2. असम के लोगों को डबल इंजन की सरकार पर विश्वास
असम में पहले चरण की वोटिंग में लोगों ने NDA को भरपूर आशीर्वाद दिया है। असम ने डबल इंजन की सरकार की भव्य विजय पर मोहर लगा दी है। यह चुनाव महाजोत के महाझूठ और डबल इंजन के महाविकास के बीच है। कांग्रेस ने हमारे सत्रों, हमारे नामघरों को अवैध कब्जा गिरोहों के हवाले किया, एनडीए ने उनको मुक्त किया। कांग्रेस ने बराक, ब्रह्मपुत्र, पहाड़, मैदान- सबको भड़काया, NDA ने इनको विकास के सेतु से जोड़ा है।

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3. कांग्रेस ने सभी जनजातियों के साथ धोख किया
कांग्रेस ने टी गार्डन में काम करने वाले साथियों को कभी पूछा तक नहीं। ये NDA की ही सरकार है जिसने टी गार्डन्स में काम करने वाले मजदूर भाई-बहनों की हर चिंता के समाधान का प्रयास किया। ऐसी कोई जनजाति नहीं जिससे कांग्रेस ने विश्वासघात नहीं किया। वहीं NDA सरकार, कोच, राजबोन्शी, मोरान, मोटोक, सूतिया, सभी जनजातियों के हित में कदम उठा रही है। इसके लिए नई डेवलपमेंट काउंसिल बनाने का काम यहां तेजी से चल रहा है।

4. कांग्रेस के असम को हिंसा में झोंका
मुझे संतोष है कि 2016 में बीटीआर में शांति और विकास का जो वादा हमने किया था, उसे लेकर हमने बहुत ईमानदार प्रयास किया है। कांग्रेस के लंबे शासन ने असम को बम, बंदूक और ब्लॉकेड में झोंक दिया था। NDA ने असम को शांति और सम्मान की सौगात दी है। हमारी कोशिश है कि हर जनजाति को उसकी परंपरा, उसकी भाषा, उसके रोजगार के लिए सुरक्षा भी मिले, सम्मान भी मिले, इस दिशा में निरंतर काम जारी है।

5. शांति, समृद्धि और सुरक्षा ही शांति का मंत्र
ये अटल जी की ही NDA सरकार थी, जिसने बोडोलैंड टेरिटोरियल काउंसिल का अधिकार आपको दिया। ये NDA की वर्तमान केंद्र सरकार है, जिसने स्थाई शांति के लिए ऐतिहासिक बोडो अकॉर्ड पर मुहर लगाई। आज बीटीआर का विस्तार भी हुआ है और विकास की नई शुरुआत भी हुई है। बोडोलैंड के स्थाई विकास के लिए हमारा मंत्र है- पीस, प्रोग्रेस और प्रोटेक्शन यानी, शांति, समृद्धि और सुरक्षा। बोडो भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में डालने का काम भी किया जा चुका है। बोडो समाज की पहचान को सुरक्षित रखने के लिए और समृद्ध करने के लिए एनडीए सरकार प्रतिबद्ध है।

6. शांति और विकास के इस मिशन में सभी जुड़ें
लंबे समय के बाद असम में शांति लौटी है। जो साथी बंदूक छोड़कर लौटे हैं, उनकी हर संभव सहायता के लिए NDA सरकार प्रतिबद्ध है। अभी भी जो साथी नहीं लौटे हैं, उनसे भी मेरा आग्रह है कि शांति और विकास के इस मिशन से आप आप भी जुड़ जाइए।

7. अपमान की सजा महाझूठ को मिलेगी
कांग्रेस के नेता बार-बार कहते हैं कि ये ताला-चाबी वाले असम की पहचान हैं। कांग्रेस के झूठ, उसकी साजिश को समझिए। सत्ता में वापसी के लिए कांग्रेस इन लोगों के सामने समर्पण कर चुकी है। इस अपमान की सजा कांग्रेस को तो मिलेगी ही, इस पूरे महाझूठ को मिलेगी।

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