प्रमोद मिश्रा
रायपुर, 04 अप्रैल 2021
नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने बीजापुर में हुई नक्सली हमला पर तीखा प्रहार करते हुए कहा है कि नक्सली हिंसा से पूरा प्रदेश शोकमग्न है और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल असम में उत्सव में मस्त है। इससे दु:खद और दुर्भाग्यजनक क्या हो सकता है? इस पीड़ा के समय मुख्यमंत्री बघेल असम के चुनाव में मशगूल हैं और छत्तीसगढ़ में नक्सली तांडव जारी है।
नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने कहा कि जब नक्सलियों के बड़ी संख्या में होने की सूचना पहले से ही थी तो फिर पूरी कार्रवाई में कहां चूक हुई है? इसके लिये कौन जिम्मेदार है? कौशिक ने कहा कि इतनी बड़ी संख्या में जवानों की शहादत ने सबको व्याकुल कर दिया है। इस समय चुनाव से ज्यादा हमारे सामने नक्सलवाद की चुनौती है। प्रदेश सरकार के गैर जिम्मेदाराना रवैए ने साबित कर दिया है कि प्रदेश की जनता से उनको कोई सरोकार नहीं है। कौशिक ने कहा कि खुद प्रदेश सरकार ने सदन माना है कि करीब एक साल में 54 जवान नक्सली मोर्चे पर शहीद हुए लेकिन अब ये संख्या करीब 80 से अधिक बढ़ चुकी है। हर पाँचवें दिन एक जवान को नक्सलियों ने इस एक साल के भीतर शहीद किया है लेकिन प्रदेश सरकार की तरफ से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही है। श्री कौशिक ने कहा कि प्रदेश सरकार को आर-पार की लड़ाई मजबूत इच्छाशक्ति से लड़नी चाहिये, साथ ही जवानों के मनोबल को और मजबूत करने दिशा मे कार्य होना चाहिये।
नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने कहा कि प्रदेश सरकार ने अभी तक यह भी स्पष्ट नहीं किया कि हमला कैसे हुआ? नक्सलियों के लगातार बस्तर में मौजूदगी की जानकारी होने के बाद भी कहां चूक हुई है, इस पर भी जवाब दिया जाना चाहिये। केन्द्र सरकार की ओर से पूरी तरह से मदद की जा रही है। इन सबके बाद भी प्रदेश सरकार असफल होती जा रही है। कौशिक ने कहा कि आधुनिक उपकरणों के सहारे जब नक्सलियों की मौजदूगी और संख्या बल की जानकारी मिल पाती है तो फिर इस रणनीति पर किसलिये कार्य नहीं किया? श्री कौशिक ने कहा कि नक्सलियों के खिलाफ इन दो वर्षों में जन सुरक्षा अधिनियम के तहत् कार्रवाई नहीं हुई है। इससे यह तो तय है कि प्रदेश सरकार की नक्सली उन्मूलन की मंशा ही नहीं है। इस पूरे घटना में शहीदों के प्रति विनम्र श्रद्धांजलि व्यक्त करते हुए घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की कौशिक ने की है।