भूपेश टांडिया
रायपुर 11 अगस्त 2021
बिजली बिल में हुए वृद्धि को लेकर कांग्रेस संचार प्रमुख शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा कि यह बिजली बिल की जो दर में वृद्धि हुई है उसके लिए भी बीजेपी की सरकार को जिम्मेदार बताया है।
त्रिवेदी ने आगे कहा की आखिर बिजली की दरों में जो वृद्धि हुई है उसका महत्वपूर्ण कारण यह है : पावर परचेज कास्ट में कोयला 25% की वृद्धि होना, रेल की भाड़े में भी बढ़ोतरी होना इसके साथ ही सड़क परिवहन में 11% की वृद्धि होना और क्लीन एनर्जी सेस 11% और अन्य वेरिएबल 12% होते हैं।
उन्होंने आगे कहा क्लीन एनर्जी सेस जून 2010 में 50 रुपये प्रति टन से मार्च 2016 तक 400 प्रति टन 400 रुपये हो गया है। और यह वृद्धि केन्द्र सरकार के द्वारा किया जाता है ।
पावर सेक्टर में क्लीन एनर्जी सेस का प्रभाव पिछले 3 वर्षों में 25 100 करोड़ रुपए प्रति वर्ष है क्लीन एनर्जी सेल्स को अब कम करने की जरूरत है लेकिन मोदी सरकार पर आरोप लगाया कि इसे वह बढ़ाते ही जा रही है.।
पेट्रोल डीजल कीमतों से भी बिजली बिल की दरों में हुआ है बड़ा असर
निरंतर हो रही पेट्रोल और डीजल की कीमतों में काफी ज्यादा इजाफा जिसके कारण सड़क परिवहन भी निरंतर महंगा हो रहा है पेट्रोल और डीजल की कीमतें भी केंद्र सरकार द्वारा बढ़ाई जा रही है, उन्होंने कहा कि इससे यह स्पष्ट है कि पावर ट्रांसमिशन चार्जेस भी पीपीसी में महत्वपूर्ण है।
2011-12 में 9000 करोड़ से बढ़कर ट्रांसमिशन चार्जेस 39000 करोड़ हो चुके हैं।
उन्होंने राज्य सरकार की सराहना करते हुए कहा की राज्य बहुत कम दरों में ट्रांसमिशन कर रहे हैं इसलिए पूरे देश में महंगी बिजली के लिए भारतीय जनता पार्टी की केंद्र सरकार को ही जिम्मेदार ठहराया है।
उन्होंने केंद्र सरकार से कहा है कि कोयले की दरें कम की जाए पिछले 4 वर्षों में रेल भाड़े में 40% वृद्धि को देखते हुए इस पर भी रोक लगे।
उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह पर भी आरोप लगाते हुए कहा कि जिन के शासनकाल में प्रत्येक वर्ष बिजली के बिल में वृद्धि होती थी वही आज विरोध कर रहे हैं और पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल और पूर्व मंत्री राजेश मूणत को कहा कि ‘दे दनादन’ वाली फितरत इनकी शुरू से ही रही है।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष गिरीश देवांगन ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार जब से बनी है तब से ही आम जनों के लिए हित का कार्य लगातार कर रही है इसके साथ ही बीपीएल के परिवार वालों को 30 यूनिट तक की बिजली बिल निशुल्क दिया जा चुका है और हर घर रोशनी की जो परिकल्पना कांग्रेस सरकार ने किया है वह भी लगातार पूरा होते जा रहा है छत्तीसगढ़ सरकार के द्वारा बिजली बिल हाफ योजना लाया गया था जोकि वह चालू ही रहेगा अब तक 40 लाख उपभोक्ताओं का बिजली बिल हाफ किया जा चुका है।