प्रमोद मिश्रा
बिलासपुर, 13 अगस्त 2021
छत्तीसगढ़ में लगातार साइबर ठगी के मामले सामने आ रहे हैं । राजधानी रायपुर हो या न्यायधानी बिलासपुर या फिर कोई अन्य जगह लगातार साइबर क्राइम की खबर सामने आती रहती है । कुछ ऐसा ही मामला सामने आया है न्यायालय बिलासपुर में, जहां एक युवक की खाते से ठगों ने 3 लाख पर कर दिया ।
दरअसल इंटरनेट से कस्टमर केयर नंबर सर्च कर फोन लगाना युवक को महंगा पड़ गया। ठगों ने उसके खाते से 3 लाख रुपए पार कर दिया। इस वारदात में बैंक की तरफ से बड़ी लापरवाही सामने आई है। पीड़ित ने शुरुआत में 14 हजार गायब होने पर बैंक में ठगी की सूचना दी थी, बावजूद इसके बैंक ने अकाउंट को होल्ड नहीं किया। बाद में 2.86 लाख रुपए ठगों ने उनके खाते से और पर कर दिए। पीड़ित की शिकायत पर सकरी पुलिस जुर्म दर्ज कर मामले की जांच कर रही है।
खाते से 295 रुपए कटने पर गूगल से सर्च कर निकला था कस्टमर केयर का नंबर
सकरी बटालियन में रहने वाले कृष्णा राठौर(29) ने धोखाधड़ी की शिकायत की है। पीड़ित ने बताया कि मंगलवार को उसके खाते से 295 रुपए कट गए थे। इसकी जानकारी लेने के लिए वे सकरी स्टेट बैंक की शाखा में गए। बैंक कर्मियों ने बताया कि उनके एकाउंट से एयू बैंक के खाते में राशि गई है। साथ ही बैंक कर्मियों ने एयू बैंक से संपर्क करने को कहा। इस पर कृष्णा ने इंटरनेट से एयू बैंक का कस्टमर केयर नंबर निकाला। बैंक से ही उन्होंने कस्टमर केयर में बात की। इस दौरान मिले निर्देश का पालन करने पर उनके खाते से 14 हजार रुपए और निकल गए। इसकी उन्होंने बैंक कर्मियों को जानकारी दी। बैंक कर्मियों ने उनकी बाकी राशि सुरक्षित होने की जानकारी दी। वे घर लौट आए। घर लौटते ही उनके खाते से रुपए निकलने लगे। वे फिर से बैंक पहुंचे। तब तक उनके खाते से दो लाख 86 हजार रुपए निकल गए थे। उन्होंने बैंक में फिर अपने खाते के संबंध में जानकारी ली। बैंक कर्मियों ने मदद नहीं करने की बात कही। उन्होंने अपने खाते को होल्ड कराया। इसके बाद घटना की शिकायत सकरी थाने में की। पुलिस जुर्म दर्ज कर मामले की जांच कर रही है।
ऑन लाइन नंबर सर्च करने में रखें सावधानी
पिछले कुछ महीनों में लगातार ऐसे मामले आ रहे हैं जिसमें ऑन लाइन नंबर तलाश कर उसमें कॉल करने से फ्राड हो रहा है। सायबर एक्सपर्ट के मुताबिक ऑन लाइन ठगों ने अब यह नया तरीका निकाला है। इन लोगों ने अपने नंबर कई बैंकों, रेलवे, ऑन लाइन फूड डिलवरी जैसी कई कंपनियों के कस्टमर केयर के नाम पर डाल रखे हैं। गूगल में सर्च करने पर कंपनियों के वास्तविक नंबरों के साथ फ्राड नंबर भी दिखते हैं। कस्टमर उसमें कॉल कर यह मानते हैं कि उन्होंने कंपनी, बैंक में फोन किया है। इस तरह वो ठगों के झांसे में आते हैं, फिर जो डिटेल उनसे मांगा जाता है उसे वे दे देते हैं और ठगी के शिकार होते हैं।