प्रमोद मिश्रा
मरवाही, 02 सितंबर 2021
छत्तीसगढ़ के मरवाही विधायक के के ध्रुव के बेटे का दशगात्र कार्यक्रम आज उनके निवास स्थाम बरैहा में संपन्न हुआ । दशगात्र कार्यक्रम में सीएम सहित 18 विधायक शामिल हुए । कार्यक्रम में लगभग 40 विधायकों के पहुँचने की चर्चा उड़ी थी, हालांकि 18 विधायक ही दशगात्र कार्यक्रम में पहुँचे । राजनीतिक पंडितों का मानना है कि यह दिल्ली के बाद फिर एक ऐसा मौका था, जिसमें विधायकों की बड़ी संख्या सीएम के साथ दिखाई देने वाली थी लेकिन ऐसा नहीं हुआ । स्थानीय पत्रकार ने बताया कि पहले 40 विधायकों के पहुँचने की खबर मिली थी, लेकिन कार्यक्रम संपन्न होने तक 18 विधायक ही पहुँचे ।
सड़क दुर्घटना में गई थी विधायक के बेटे की जान
मरवाही विधायक डॉ. केके ध्रुव के बेटे प्रवीण कुमार ध्रुव का 23-24 अगस्त की रात को हुई एक सड़क दुर्घटना में निधन हो गया था। वे बिजली कंपनी के बांगो उपकेंद्र में इलेक्ट्रिकल इंजीनियर थे। आज उनका दशगात्र है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल दोपहर बाद मरवाही पहुंचकर कार से डॉ. ध्रुव के घर बरैहा पहुंचे।
राजनीतिक मायने क्या निकल रहे?
जानकारी के मुताबिक आज के के ध्रुव के यहां दशगात्र कार्यक्रम में सीएम के साथ लगभग 40 विधायकों के पहुँचने की चर्चा थी । स्थानीय लोगों का कहना है कि कार्यक्रम में जिस हिसाब से विधायकों के साथ अमरजीत भगत,रेस्ट हाउस में रुके उससे यहीं समझा जा सकता है कि यह कार्यक्रम एक प्रकार से शक्ति प्रदर्शन का भी मौका था ।
कौन कौन विधायक पहुँचे
1.गुलाब कमरों
2.विनय जयसवाल
3.चिंतामणि महाराज
4.अमरजीत भगत
5. मोहित केरकेट्टा
6. प्रकाश नायक
7. पुरुषोत्तम कंवर
8. कुंवर सिंह निषाद
9. लालजीत राठिया
10.रामकुमार यादव
11. बृहस्पति सिंह
12. विनोद चंद्राकर
13.किस्मत लाल नंद
14. इंदरशाह मंडावी
15. चंद्र देव राय
16. लक्ष्मी ध्रुव
17. यू डी मिंज
18. द्वारिकाधीश यादव
आखिर क्या है विधायकों के एकजुटता दिखाने के अंदर की वजह?
दरअसल छत्तीसगढ़ में सीएम पद को लेकर उठापटक जब से तेज हुई है, तब से विधायकों की एकजुटता भी देखी जा रही है । सूत्र बता रहे है कि जब दिल्ली में सभी विधायक अपने नेता को बचाने दिल्ली गए थे तब विधायक के के ध्रुव ने भी दिल्ली आने की बात विधायकों से कही थी ,लेकिन सभी विधायकों ने उनको मना कर दिए क्योंकि उनके पुत्र का निधन हुए दो से तीन दिन ही हुआ था इसलिए उनका आना ठीक नहीं है । लेकिन के के ध्रुव ने तमाम बातों को दरकिनार करते दिल्ली पहुँच गए । विधायकों ने के के ध्रुव के जीवटता को देखकर यह निर्णय लिया कि के के ध्रुव के यहाँ कार्यक्रम में सभी विधायक पहुचेंगे । सूत्र बताते है कि अब विधायक भी यह मान रहे कि विधायक दल का नेता कोई भी हो सभी विधायक एकजुट रहेंगे तो हमारी बात सभी नेता को सुननी पड़ेगी ।
अब ऐसे में देखना होगा कि विधायकों की एकजुटता का लाभ किस नेता को मिलता है और किसके सर सीएम का ताज सजेगा ।