प्रमोद मिश्रा
रायपुर, 5 सितंबर 2021
सीएम भूपेश बघेल के पिता नंदकुमार बघेल द्वारा ब्राम्हणों को विदेशी बताये जाने पर ब्राम्हण समाज काफी नाराज है । ब्राम्हण समाज लगातार प्रदेश भर में प्रदर्शन कर नंदकुमार बघेल के खिलाफ FIR दर्ज करने की मांग भी कर रहा है ।
इस बयान पर कल बीजेपी ने भी कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि पुरेंदश्वरी के बयान पर इतना आवाज उठाने वाले भूपेश बघेल अपने पिता नंदकुमार बघेल के बयान पर खामोश क्यों है…।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि विगत दिनों उनके पिता नंदकुमार बघेल द्वारा एक वर्ग विशेष के विरूद्ध की गई टिप्पणी उनके संज्ञान में आयी है। उनकी इस टिप्पणी से समाज के एक वर्ग की भावनाओं और सामाजिक सद्भाव को ठेस लगी है उनके इस बयान से उन्हें भी दुःख हुआ है।
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि मुझे सोशल मीडिया एवं अन्य माध्यमों से यह ज्ञात हुआ है कि ये बात कही जा रही है कि नंदकुमार बघेल पर इसलिये कार्यवाही नहीं होगी क्योंकि वे मुख्यमंत्री के पिता हैं। भूपेश बघेल ने यह स्पष्ट कहा है कि उनकी सरकार सभी को एक ही दृष्टि से देखती है। उनके पिता नंदकुमार बघेल से उनके वैचारिक मतभेद शुरू से हैं ये बात सभी को पता है।
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा है कि हमारे राजनीतिक विचार एवं मान्यतायें भी बिल्कुल अलग अलग हैं। एक पुत्र के रूप में मैं उनका सम्मान करता हूँ लेकिन एक मुख्यमंत्री के रूप में उनकी किसी भी ऐसी गलती को माफ नहीं किया जा सकता जो सार्वजनिक व्यवस्था को बिगाड़ने वाली हो। उनकी सरकार में कोई भी कानून से ऊपर नहीं है फिर चाहे वो मुख्यमंत्री के 86 साल के पिता ही क्यों न हो।
भूपेश बघेल ने कहा है इस सम्बंध में पुलिस द्वारा विधिसम्मत कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी । छत्तीसगढ़ सरकार हर जाति, हर धर्म, हर वर्ग हर समुदाय के लोगों के सम्मान और उनकी भावनाओं की कद्र करती है, सभी को एक समान महत्व देती है और सभी
के मान सम्मान और संवैधानिक अधिकारों की रक्षा करना अपना कर्तव्य समझती है। मुख्यमंत्री ने कहा है – हमारे लिए कानून सर्वोपरी है।
अब देखना होगा कि ब्राम्हण समाज के विरोध के बाद कब नंदकुमार बघेल के खिलाफ पुलिस मामले दर्ज करती है ।