भूपेश टांडिया
झारखंड/रायपुर 12 सितंबर
डेस्क। झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी के राजनीतिक सलाहकार सुनील तिवारी को रांची पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया गया है। सुनील तिवारी की गिरफ्तारी राज्य से बाहर दिल्ली-आगरा रोड से हुई है। सुनील तिवारी को गिरफ्तार करने के लिए 3 टीम का गठन किया गया था। आरोपी सुनील तिवारी को पुलिस लेकर रांची आ रही है। अरगोड़ा थाना में सुनील से पूछताछ की जाएगी। 16 अगस्त को सुनील तिवारी के खिलाफ अरगोड़ा थाने में नाबालिग के साथ दुष्कर्म, छेड़छाड़ और एसटी-एससी एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज करायी गई थी।
पूर्व मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार सुनील तिवारी पर उनके यहां काम करने वाली एक नाबालिग बच्ची के साथ यौन शोषण का आरोप है। यह आरोप बच्ची ने खुद लगाए हैं। इस मामले में नाबालिग ने अरगोड़ा थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है। दरअसल, यह पूरा विवाद लगातार बढ़ रहा था। इस मामले में एक तरफ जहां पीड़ित के परिवार के सदस्यों के गायब होने के मामले में झारखंड हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया गया। वहीं दूसरी तरफ इस प्रकरण को लेकर जबदस्त राजनीति हो रही थी।
मुख्य विपक्षी दल भाजपा की ओर से इसे राजनीतिक साजिश करार दिया गया। वहीं इस मामले में झारखंड के राज्यपाल की ओर से राज्य के डीजीपी को तलब किया गया था। उन्होंने केस की जानकारी लेते हुए कहा था कि इस केस में किसी निर्दोष व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई नहीं होनी चाहिए। मामले को लेकर उनकी तरफ से अग्रिम जमानत याचिका दायर की गई थी, जिसे कोर्ट ने खारिज कर दी थी। याचिका खारिज करने के साथ उसकी गिरफ्तारी के लिए कोर्ट ने 25 अगस्त को वारंट जारी किया था।
इसके बाद से वह फरार था, रविवार सुबह रांची, झारखंड पुलिस की स्पेशल टीम ने उन्हें यहां से गिरफ्तार किया। एसएसपी डॉ. बृजेश कुमार सिंह को रांची की पुलिस टीम ने बताया था कि आरोपित को एक्सप्रेस वे से गिरफ्तार किया है और उसे कोर्ट में पेशकर ट्रांजिट रिमांड लेंगी लेकिन बाद में झारखंड पुलिस ने उनसे या सैफई थाने से कोई संपर्क नहीं किया। अब एसएसपी ने एसओजी व सैफई पुलिस को रांची की पुलिस टीम और सुनील तिवारी के बारे में पता लगाने के आदेश दिए हैं। स्थानीय पुलिस रांची पुलिस और सुनील तिवारी को खोज रही है।