CG में भारी बारिश : छत्तीसगढ़ में भारी बारिश से अधिकतर नदियां उफान पर, गरियाबंद से टूटा रायपुर का कनेक्शन, भारी बारिश को लेकर सात जिलों में आज भी रेड अलर्ट, पढ़िये भारी बारिश से कैसा है प्रदेश का हाल

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प्रमोद मिश्रा

छत्तीसगढ़, 14 सितंबर 2021

छत्तीसगढ़ में लगातार हो रही बारिश अब चिंता का कारण भी बनते जा रही है । बारिश से प्रदेश के अधिकतर नदी और नाले उफान पर हैं । राजधानी रायपुर से गरियाबंद का कनेक्शन टूट गया है तो वही रायपुर – जगदलपुर नेशनल हाईवे को बाढ़ के चलते बंद करना पड़ा है ।  छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर भी बारिश से जलमग्न है । लोग कहते हैं कि राजधानी रायपुर में ऐसा जलभराव और कभी देखने को नहीं मिला था ।

 

 

 

राष्ट्रीय राजमार्ग भी जलमग्न

राष्ट्रीय राजमार्गों पर कई फीट तक पानी बह रहा है। गरियाबंद को रायपुर से जोड़ने वाले राजमार्ग को बंद कर दिया गया हैं। धमतरी के बाद रायपुर-जगदलपुर हाईवे को बंद कर दिया गया है। जगदलपुर जाने के लिए रूट डायवर्ट कर वाहन निकाले जा रहे हैं।

मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट

मौसम विभाग ने प्रदेश के अधिकांश जिलों में भारी बरसात और आकाशीय बिजली गिरने की चेतावनी जारी की है। सात जिलों के लिए तो रेड अलर्ट जारी किया गया है।

रायपुर मौसम विज्ञान केंद्र ने मुंगेली, कबीरधाम, बेमेतरा, राजनांदगांव, बालोद, दुर्ग और कांकेर जिलों और उनसे लगे जिलों में एक-दो स्थानों पर भारी से अति भारी बरसात की चेतावनी दी है। इन इलाकों में आकाशीय बिजली गिरने की संभावना भी जताई गई है। वहीं रायगढ़, बिलासपुर, जांजगीर-चांपा, कोरबा, बलौदा बाजार, रायपुर, गरियाबंद, धमतरी, महासमुंद, नारायणपुर और कोण्डागांव जिलों में भारी वर्षा की कम स्तर की चेतावनी आई है।

कोरिया, सूरजपुर, सरगुजा, जशपुर, बलरामपुर, बस्तर, दंतेवाड़ा, सुकमा और बीजापुर जिलों में एक-दो स्थानों पर भी भारी बरसात की संभावना जताई जा रही है। मौसम विभाग की यह चेतावनी अगले 24 घंटों के लिए है। इनमें से अधिकतर इलाकों में बाढ़ के हालात पहले से बने हुए हैं ।

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सिकासेर बांध के 22 में से 17 गेट खोले गए

भारी बारिश के बीच बांध भी उफान पर हैं। रात में प्रशासन ने सिकासेर बांध से 15 हजार क्यूसेक पानी छोड़ने का फैसला लिया है। प्रभारी अधिकारी उत्तम सिंह ध्रुव ने बताया कि बांध के 22 में से 17 गेट को खोल दिए गए हैं। वेस्ट वियर से भी पानी छोड़ा जा रहा है। बांध में लगे बिजली उत्पादन यूनिट को भी चालू कर दिया गया है। इससे पानी सीधे पैरी नदी में जाता है।

कैसा है प्रदेश में हालात?

धमतरी में आज सुबह से भारी बारिश हो रही है, बारिश के कारण शहर के प्रमुख सड़क आमापारा, बनिया पारा सहित निचली बस्तियों में करीब 4 फीट तक पानी भर गया है। रायपुर से जगदलपुर को जोड़ने वाले नेशनल हाईवे पर शहर के पुराना बस स्टैंड के पास भी 3 फीट तक पानी भर गया है। इस वजह से नेशनल हाईवे को बंद करके छोटी-बड़ी गाड़ियों को सिहावा रोड से विंध्यवासिनी मंदिर गोकुलपुर होते हुए जाने को कहा जा रहा है। शहर में सड़क किनारे की दुकानों के अंदर पानी भर गया है।

 

राजिम में कुलेश्वर महादेव मंदिर का चबूतरा डूबा

राजिम में त्रिवेणी संगम के बीच बना प्रसिद्ध कुलेश्वरनाथ महादेव मंदिर पानी से घिर गया है। उसका चबूतरा करीब-करीब डूब चुका है। इसकी वजह से श्रद्धालुओं का मंदिर पहुंचना बंद हो गया है। बताया जा रहा है- पिछले तीन-चार सालों में राजिम स्थित महानदी, सोंढुर और पैरी नदियों के पवित्र संगम में ऐसी बाढ़ नहीं आई थी। आसपास के गांवों से बड़ी संख्या में लोग राजिम पुल पर पहुंचकर संगम में बाढ़ का नजारा देख रहे हैं।

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राजिम की तस्वीर

राजधानी में बरस गया 504 MM पानी

सोमवार से आज सुबह के 24 घंटे में रायपुर में भी बरसात का रिकॉर्ड टूटा है। जिले में 504.4 MM बरसात दर्ज हुई है। इसमें गोबरा नवापारा तहसील में सबसे अधिक 130.3 MM पानी बरसा है। जिले की तहसीलों में रायपुर में 92.3, आरंग में 82, अभनपुर में 80, खरोरा में 61.5 और तिल्दा में सबसे कम 58.3 MM पानी गिरा है। इसकी वजह से अब तक की वर्षा का कोटा लगभग पूरा हो गया है। बताया जा रहा है, पिछले 10 वर्षों में जिले में इतना पानी कभी नहीं बरसा।

 

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