भूपेश टांडिया
राजस्थान मीडिया24 न्यूज़ डेस्क
राजस्थान के शिक्षा विभाग में तबादलों के लिए घूसखोरी बहुत हावी है। जिसका उदाहरण मंगलवार को जयपुर में देखने को मिला। वह भी तब जब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा मौजूद थे। दरअसल, बिड़ला सभागार में प्रदेश स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह था। सीएम गहलोत इसमें मुख्य अतिथि थे।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने संबोधन के दौरान शिक्षकों से पूछा कि क्या ट्रांसफर के लिए आपको पैसे देने पड़ते हैं, बताइए यह सही बात है या नहीं। मुझे नहीं मालूम। सीएम के इतना कहते ही टीचरों ने एक साथ कहा- हां। मुख्यमंत्री ने फिर पूछा, क्या पैसे देने पड़ते हैं। शिक्षकों ने फिर एक बार हां में जवाब दिया।
शिक्षकों का जवाब सुनकर सीएम गहलोत हैरान हो गए। उन्होंने कहा, यह बहुत दुखदायी है कि शिक्षक पैसे देकर ट्रांसफर के लिए लालायित हैं। तबादला पॉलिसी बननी चाहिए, जिसे शिक्षक को पहले से पता हो कि उसका कब ट्रांसफर होना है। इससे ने पैसे चलेंगे और न विधायक को परेशान करने की जरूरत होगी। हालांकि बाद में शिक्षामंत्री डोटासरा ने सफाई दी। कहा कि मेरे मंत्री रहते किसी कर्मचारी ने एक चाय भी पो हो तो बता देना।