भूपेश टांडिया
मीडिया24 न्यूज़ 10 दिसम्बर
उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में छत्तीसगढ़ के 19 विधायक, पूर्व विधायक और प्रदेश पदाधिकारियों को जिम्मेदारी मिली है। दिल्ली में छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान सहित अन्य प्रदेश के विधायकों और पूर्व विधायकों की बैठक कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने गुरुवार को बैठक की। इसमें प्रियंका ने कहा कि सभी को अलग-अलग विधानसभा में जिम्मेदारी मिलेगी। विधायक और पूर्व विधायक चुनाव में पर्यवेक्षक नहीं, बल्कि उम्मीदवार के रूप में लड़ें।
सभी नेताओं को 15 दिसंबर को लखनऊ में बुलाया गया है, जहां उनको अलग-अलग विधानसभा की जिम्मेदारी दी जाएगी। प्रियंका ने नेताओं में जोश भरते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश से भाजपा को हटाने के लिए डरना नहीं, बल्कि दमदारी से लड़ना है। विधायक सत्यनारायण शर्मा और कुलदीप जुनेजा ने बताया कि छत्तीसगढ़ के विधायक विधानसभा सत्र समाप्त होने के बाद लखनऊ पहुंचेंगे। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में काफी अर्से से खोई जमीन तलाशने को लेकर कांग्रेस कवायद में जुटी है।
छत्तीसगढ़ में 13 दिसंबर से 19 दिसंबर तक विधानसभा का शीतकालीन सत्र है। प्रियंका ने 15 जीआरजी में हुई बैठक में कहा कि यूपी में कांग्रेस की स्थिति अच्छी बनती जा रही है, इसलिए उप्र में भाजपा से डरना नहीं, लड़ना है। बैठक में छत्तीसगढ़ से विधायक सत्यनारायण शर्मा, भुवनेश्वर सिंह बघेल, इंद्रशाह मांडवी, कुलदीप जुनेजा, राजमन बेंजाम, रेखचंद जैन, लक्ष्मी ध्रुव, विनोद चंद्राकर, गुलाब कमरो, रामकुमार यादव, अरुण वोरा शामिल थे। इसके साथ ही प्रदेश संगठन से लक्ष्मण पटेल, मोतीलाल देवांगन, प्रतिमा चंद्राकर, अंबिका मरकाम, प्रेमचंद जायसी, चैतराम साहू, चुन्नीलाल साहू और जनकराम वर्मा थे।