कन्हैया तिवारी की रिपोर्ट
गरियाबंद 13 दिसम्बर 2021
कस्टम मिलिंग के बाद एफसीआई पहुंचे चावल के पहले लाट का कलक्टर नीलेश क्षीर सागर ने अवलोकन किया इस दौरान उन्होंने चावल की गुणवत्ता की जांच के लिए चावल के दानों की केमिकल टेस्टिंग भी की। नई तकनीक से चावल के दानों का परीक्षण कर दानों के फ्रेश मिलिंग होने के पुष्टि की जांच भी की। इस अवसर पर राइस मिल्स राइस मिल एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष गफ्फु मेमन और नागरिक आपूर्ति निगम के अधिकारी भी मौजूद थे।
ज्ञात हो कि राज्य शासन द्वारा कस्टम मिलिंग की दर 3 गुना बढ़ाए जाने और धान खरीदी शुरू होने के साथ ही तत्कालीन परिवहन व्यवस्था भी लागू करने के बाद से मिलर्स में भी कस्टम मिलिंग को लेकर काफी उत्साह है,1992 के बाद पहली बार कस्टम मिलिंग की दर में बढ़ोतरी हुई तो पहली बार ही देखने को मिला है कि धान खरीदी शुरू होने के मात्र दूसरे हफ्ते में ही चावल कस्टम मिलिंग होकर एस डब्ल्यू सी पहुंच गया। इस अवसर पर कलेक्टर नीलेश क्षीरसागर ने चावल की गुणवत्ता को लेकर संतुष्टि जताई। कलेक्टर ने कहा कि जिले में तेजी से धान खरीदी के साथ ही परिवहन पर भी ध्यान दिया जा रहा है। कस्टम मिलिंग को लेकर जिले के राइस मिलर्स को किसी प्रकार की समस्या ना हो इसके लिए भी अधिकारियों को उचित निर्देश दिए गए हैं। मौके पर कलेक्टर ने राइस मिलर्स के संचालकों से भी उनकी समस्याओं को लेकर रूबरू चर्चा की। कलेक्टर ने आश्वस्त किया कि राइस मिलर्स की जो भी समस्या है उसका वे प्रशासन स्तर पर त्वरित निराकरण करेंगे।
इधर पहली बार एसडब्ल्यूसी पहुंचे कलेक्टर ने नागरिक आपूर्ति निगम के अधिकारियों से गोदाम के रखरखाव, क्षमता और अन्य व्यवस्थाओं को लेकर भी जानकारी ली। कलेक्टर ने कहा कि एसडब्ल्यूसी में आने वाले सभी चावलों का बारीकी से जांच किया जाए एवं चावल के लाट की रखरखाव की बेहतर व्यवस्था की जाए, ताकि चावल की गुणवत्ता में किसी प्रकार का अंतर ना है।
इस अवसर छत्तीसगढ़ नागरिक आपूर्ति निगम के अधिकारी जेएस मक्कड़, जिला खाद्य अधिकारी जेजे नायक, एसडब्ल्यूसी के प्रबंधक बनवारी लाल अग्रवाल, क्वालिटी इंस्पेक्टर सहनी व राइस मिलर्स रिजवान मेमन, विकास साहू, पंकज सिन्हा, अमीन मेमन, नूरूल खान सहित अन्य मिलर्स उपस्थित थे।