कन्हैया तिवारी की रिपोर्ट
देवभोग, 26 दिसम्बर 2021
देवभोग मुख्यालय में संगीतमय श्रीमद् भागवत महापुराण ज्ञान यज्ञ सप्ताह का आयोजन पाण्डेय परिवार द्वारा किया जा रहा है ।
श्रीमद् भागवत महापुराण ज्ञान यज्ञ सप्ताह श्यामलाल पाण्डेय रमा पाण्डेय अपने पुत्र देवेश कुमार पाण्डेय के प्रथम पुण्यतिथि के अवसर पर निवास स्थल में आयोजन किया जा रहा है । देवेश कुमार पांडेय का बैंगलोर से अम्बाला प्रमोशन हुवा था,उस दौरान अपने घर आये थे देवेश कुमार हृदय घात से स्वर्गास हो गया था , देवेश कुमार पाण्डेय एयर फोर्स में सहायक चिकित्सक के पद पर पदस्थ थे देवेश कुमार पाण्डेय अपनी सेवा असम (डिब्रूगढ़) ,दिल्ली, अरुणांचल , में अपनी सेवा दे चुके थे । प्रमोशन आदेश आने के बाद छुट्टी के लिए अपने घर देवभोग आये थे अम्बाला जाने के 3 दिन पूर्व ही देवेश कुमार पांडेय का हृदयघात से स्वर्गास हो गया।
पहले दिन का शुभारंभ भव्य कलश यात्रा से किया गया । गांव की महिलाओं , बालिकाओं व बच्चों द्वारा कलश धारण कर गांव में पूरा भ्रमण किया गया । कलश यात्रा शिव मंदिर राजापारा से शुरू देवभोग भर भ्रमण कर निकाली गई । कलश यात्रा में गांव की महिलाओं व बालिकाओं एवं बच्चों की लंबी कतार देखने को मिली । . श्रीमद् भागवत महापुराण ज्ञान यज्ञ सप्ताह 20 दिसंबर से 28 दिसम्बर तक रखा गया है । कथा के व्यास महासमुंद जिला के तुमगांव से आए आचार्य पं .विकास मिश्रा (9754979010,8103031911) उपआचार्य पंडित शरद मिश्र हैं । पंडित विकास मिश्रा ने कलश यात्रा की महिमा में बताया की सभी देवी , देवता कलश में विराजमान होते हैं ।
इस आयोजन में धर्म लाभ की पवित्र गंगा में डुबकी लगाने का शुभ अवसर हम सबको प्राप्त होगा । इस दौरान श्याम लाल पाण्डेय,श्रीमती रमा पाण्डेय परीक्षित प्रसाद पाण्डेय , श्रीमती निर्मला पाण्डेय , श्रीमती तुलसी देवी पाण्डेय, पंडित काली प्रसाद तिवारी ,अरविन्द तिवारी ,श्रीमती दीपा तिवारी, ताराचंद पाण्डेय, मुकेश पाण्डेय, दीपेश पाण्डेय, भूपेश पाण्डेय, दीपिका पाण्डेय,शशि शर्मा, श्रीमती रिंकी शर्मा, कन्हैया तिवारी,दिलीप शर्मा,पूर्णिमा शर्मा ,दुर्गेश शर्मा,कनिता शर्मा ,भावना मिश्रा,पाण्डेय परिवारआदि शामिल हुए ।भागवत कथा पाण्डेय परिवार माँझीपारा देवभोग में कथा श्रोताओं ने बड़े ही उत्साह से श्री गौकर्ण कथा सुनकर यह जाना कि भागवत कथा हमें जीवित रहते ही सुनना चाहिए एवं कथा सुनने के साथ कथा को चिन्तन करना ( अपने जीवन में उतारना ) परम आवश्यक है । जिससे पापी ही नहीं बल्कि महापापी धुंधकारी जो जीवनभर सिर्फ पाप ही किया उसको मृत्यु के बाद भी कथा सुनने से मुक्ति मिली ।
झूम उठे श्रद्धालु :- आपको बता दे कि श्रीमद भागवत महापुराण ज्ञानयज्ञ सप्ताह में श्रद्धालु झूम उठे , भजन संगीत के सुर में महिलाओं ने अपने आप को नही रोक पाए और भक्ति में खड़े उठकर नाचने लगे ।