प्रमोद मिश्रा
रायपुर, 22 जनवरी 2022
छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल द्वारा शुरू किए गए ‘छत्तीसगढ़ रोजगार मिशन’ की तारीफ करते हुए संसदीय सचिव शकुंतला साहू ने सीएम के इस निर्णय को ऐतिहासिक बताया है । शकुंतला साहू ने कहा कि हमारी सरकार युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराकर आत्मनिर्भर बनाने चाहती है । शकुंतला साहू ने कहा कि 05 साल में 12 से 15 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा जिसमें नारी शक्ति की बड़ी भागीदारी रहेगी । शकुंतला साहू ने कहा कि प्रदेश के युवकों के साथ युवतियों को भी बड़ी संख्या में रोजगार मिलेगा और सभी युवतियां समाज में आगे बढ़ेगी, ऐसी हमारी सरकार को सोच हैं ।
शकुंतला साहू ने कहा कि जब से हमारी सरकार बनी हैं ,तब से ही युवाओं में नई उम्मीद का संचार हुआ हैं कि अब उन्हें भी नौकरी मिल सकती है । शकुंतला साहू ने आगे कहा कि हमारी सरकार बनी हैं तब से पुलिस भर्ती,शिक्षक भर्ती,सहायक प्राध्यापक भर्ती,पीएससी में भर्ती के साथ आंगनबाड़ी में सुपर वाईजर की भर्ती के साथ लगभग सभी क्षेत्रों में युवाओं को मौका मिला रहा है । शकुंतला साहू ने कहा कि जो काम बीजेपी की 15 साल की सरकार ने युवा वर्ग के लिए नहीं किया वह काम हमारी सरकार ने महज 03 साल के कार्यकाल में करके दिखा दिया है ।
आपको बताते चले कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देशानुसार उच्च शिक्षा, कौशल विकास, तकनीकी शिक्षा, रोजगार, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी तथा खेल एवं युवा कल्याण मंत्री उमेश पटेल को नवगठित छत्तीसगढ़ रोजगार मिशन के कार्यकारी अध्यक्ष बनाए गए हैं । गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में आगामी पांच वर्षों में 15 लाख नये रोजगार के अवसरों का सृजन करने के लिए राज्य शासन ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता वाले छत्तीसगढ़ रोजगार मिशन के गठन का महत्वपूर्ण निर्णय लिया है।
शकुंतला साहू ने कहा कि राज्य में लोगों को आर्थिक क्रियाकलापों से जोड़ने और उनके आर्थिक सशक्तिकरण के लिए संभवतः देश में पहली बार रोजगार मिशन की परिकल्पना छत्तीसगढ़ में की गई है। यह मिशन राज्य और जिलों की परिस्थितियों के अनुसार रोजगार के नए-नए अवसरों के सृजन के लिए काम करेगा।
05 वर्षों में नौकरियों के खुलेगा द्वार
शकुंतला सही ने जानकारी देते बताया कि रोजगार मिशन के माध्यम से आगामी 5 वर्षों में 15 लाख रोजगार के नए अवसरों का सृजन करने का लक्ष्य है। यह मिशन रोजगार को बढ़ावा देने संबंधी नीतिगत फैसले लेगा और राज्य की औद्योगिक नीति और अन्य नियमों में जहां भी आवश्यक प्रावधान करने की जरूरत होगी अपनी सिफारिश करेगा। सभी जिलों में रोजगार के लिए सेक्टरों का चिन्हांकन होगा। इनमें परम्परागत अवसरों के साथ ही रोजगार के नए अवसरों की पहचान की जाएगी। रोजगार के इच्छुक युवाओं का चिन्हांकन कर उनके लिए कौशल विकास की व्यवस्था की जाएगी। जिलों में रोजगार पार्क भी बनाए जाएंगे, जहां ऐसी इकाईयां स्थापित की जाएंगी। रूरल इंडस्ट्रीयल पार्कों में तैयार उत्पादों की शासकीय खरीदी के अलावा खुले बाजार में बिक्री की व्यवस्था की जाएगी। सेवा क्षेत्रों में नए रोजगार की संभावनाओं को देखते हुए इन गतिविधियों में युवाओं के कौशल प्रशिक्षण की व्यवस्था की जाएगी।
रोजगार मिशन रोजगार के नए अवसरों के सृजन के लिए आई.आई.टी, आई.आई.एम. और कृषि विश्वविद्यालयों से छत्तीसगढ़ के उत्पादों की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए शोध गतिविधियों के संचालन के साथ ही नए स्टार्ट-अप को प्रोत्साहन और मार्केटिंग स्ट्रेटजी और ऋण सुविधा उपलब्ध कराने में मदद भी करेगा। रोजगार की गतिविधियां बढ़ाने के लिए सभी जिलों में वहां की परिस्थितियों के अनुसार रोजगार सृजन के लिए गतिविधियों का चिन्हांकन किया जाएगा। चिन्हांकित 10 से 20 गतिविधियों में जिले स्तर पर कार्य योजना तैयार की जाएगी। कार्य योजना अल्पावधि और दीर्घ अवधि दोनों के लिए तैयार होगी। इसके लिए सभी जिला कलेक्टरों को दिशा-निर्देश दिए गए हैं।