प्रमोद मिश्रा
बिलासपुर, 30 जनवरी 2022
न्यायधानी बिलासपुर के अरपा नदी में पिकनिक मनाने गए मां और बेटे की नदी में डूबे से मौत हो गई । मृतक शिक्षिका अपने पति, बहन – दामाद, और बच्चों के साथ पिकनिक मनाने के लिए अरपा लोफंदी में निर्माणाधीन ब्रिज के पास पिकनिक मनाने गई थी । मां और बेटे नदी पार पार करते समय नदी की गहराई में समा कर डूब गए । उन्हें तैरना नहीं आता था । इस घटना के दौरान कुछ ही दूर में एक अन्य परिवार की महिला व बच्चे में डूब गए थे, जिन्हें बचा लिया गया । जानकारी के अनुसार जरहाभाठा निवासी अनिल मसीह जमीन खरीदी-बिक्री का काम करते हैं । उनकी पत्नी स्मिता लाल जरहाभाटा के राजीव गांधी चौक स्थित नवीन प्राथमिक शाला में शिक्षिका थीं ।
अनिल और उसके साढू भाई पूरे परिवार सहित लोफंदी स्थित अरपा नदी में बन रहे पूल के पास गए थे । पति अनिल और परिवार के अन्य सदस्य नदी पार करके टापू में बैठकर खाने की तैयारी कर रहे थे । घटना तकरीबन दोपहर 3:30 बजे की है । इधर पीछे-पीछे स्मिता और उनका बेटा आदेश अरव लाल (14) नदी पार कर टापू की तरफ जा रहे थे । तभी दोनों अचानक गहराई में चले गए और डूबने लगे । उनके चिल्लाने की आवाज सुनकर अनिल उन्हें बचाने के लिए दौड़ा । लेकिन, तब तक स्मिता और उनका बेटा डूब चुके थे । अनिल ने जैसे तैसे उनको बाहर निकाला ,तब तक मां और बेटे काल के गाल में समा गए थे ।
डूबते हुए मां – बेटे को पति ने बचाया
बताया जा रहा है कि इस घटना के दौरान ही प्रियंका कश्यप अपने पति व अन्य लोगों के साथ पिकनिक मनाने गई थी । जहां पर मृतक स्मिता अपने बच्चे के साथ डूब रहीं थी । वहां से कुछ दूर में प्रियंका अपने बच्चे को लेकर गई थी । प्रियंका और बच्चा भी डूबने लगे लेकिन पति ने आवाज सुनी और दोनो को बचा लिया ।
CIIMS भेजा गया दोनों का शव
इस घटना के बाद मृतिका स्मिता और उसके बच्चे का शव बिलासपुर के सिम्स अस्पताल भेजा गया । दोनों का शव देखकर परिजन बिलख-बिलख कर रोने लगे ।
घर का इकलौता चिराग तब आवेश
हादसे में काल के गाल में समा गया युवक परिवार का इकलौता चिराग था । एक साथ मां और बेटे के जाने से परिवार और मोहल्ले में गम का माहौल है ।
बड़ा सवाल – क्या रेत के अवैध उत्खनन ने ली जान?
बताया जा रहा है कि जिस जगह मां और बेटे की मौत हुई ठीक उसी जगह रेत का अवैध उत्खनन चलता है । जानकारी के मुताबिक रेत का अवैध उत्खनन करने वाले किसी से डरते नहीं है । ऐसे में सवाल यहीं खड़े होता है कि क्या रेत के अवैध उत्खनन ने इन दोनों की जान ली है..? सवाल गंभीर है, अब शायद इसका जवाब जिला प्रशासन दें ।