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जिम्मेदार कौन? : लोगों को पर्याप्त पानी मिले, इसलिए 9 करोड़ में बनाया एनीकट, विभाग की लापरवाही से घट रहा पानी, कन्हर नदी का जलस्तर 3 फीट घटा, 25 हजार आबादी पर जल संकट

आकेश्वर यादव
बलरामपुर, 3 फरवरी 2022

जल संसाधन विभाग की लापरवाही एक बार फिर नगर की 25 हजार की आबादी पर भारी पड़ सकती है। जल संसाधन विभाग ने कन्हर नदी में 9 करोड़ रुपए की लागत से एनीकट का निर्माण कराया, लेकिन अबतक एक गेट नहीं लगाया। जिसके चलते एनीकट का जलस्तर तेजी से कम हो रहा है। बीते 3 दिनों में ही करीब 3 फीट पानी कम हो गया है। यदि एनीकट के गेट को बंद नहीं किया गया तो जलस्तर इसी प्रकार कम होता रहेगा। इससे आने वाले दिनों में नगर में भीषण जल संकट का सामना करना पड़ सकता है। मार्च के अंतिम सप्ताह में कन्हर नदी जितना जल स्तर रहता था उतना इस साल फरवरी के प्रारंभ में ही देखने को मिल रहा है। नगर में गर्मी के दिनों में भीषण जल संकट उत्पन्न हो जाता था, जिसे देखते हुए जल संसाधन विभाग ने कन्हर नदी में एनीकट का निर्माण कराया, लेकिन यह भी भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया। बनने के बाद 2 बार एनीकट क्षतिग्रस्त हो चुका है। वहीं एनीकट का निर्माण आज तक पूरा नहीं हुआ। एनीकट के गेट खोलने व लगाने में लगातार विभाग द्वारा लापरवाही बरती जा रही है। एनीकट का एक गेट बंद ही नहीं किया गया है, जिससे लगातार तेजी से जल स्तर घट गया। वहीं जो दूसरा गेट बंद है उससे भी लगातार पानी का बहाव हो रहा है।

एनीकट का गेट बंद कराने की जरूरत

नगर पंचायत अध्यक्ष रमन अग्रवाल ने कहा कि नगर की पेयजल व्यवस्था पूर्णता कन्हर नदी पर निर्भर है। ऐसे में जल संसाधन विभाग की लापरवाही पूरे नगर वासियों पर भारी पड़ सकती है। विभाग को तत्काल एनीकट का गेट बंद कराने की जरूरत है। एनीकट के गेट के मरम्मत की मांग की जाती है, लेकिन इस पर पहल नहीं किया जाना दुर्भाग्य जनक है।

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गेट मरम्मत के नाम पर करोड़ों का किया भुगतान

जल संसाधन विभाग के द्वारा गेट मरम्मत के नाम पर कई फर्मों को अलग-अलग तारीखों में करोड़ों रुपए का भुगतान किया गया, लेकिन जल संसाधन विभाग संभाग रामानुजगंज के अंतर्गत किसी भी एनीकट का गेट सही सलामत नहीं है कन्हर नदी में एनीकट बनने के बाद से ही सारे गेट खराब हैं। इसके बावजूद विभाग इनकी मरम्मत नहीं करा पाया। किसी प्रकार यदि विभाग द्वारा इन गेटों को बंद भी कर दिया जाता है तो भी गेट बंद होने के बाद भी लगातार पानी का रिसाव होता रहता है।

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