दीपक यादव
महासमुंद, 24 फरवरी 2022
एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने पूर्व विधायक विमल चोपड़ा द्वारा गांवों में राजीव युवा मितान क्लब के गठन को लेकर जताई जा रही आपत्ति पर कहा कि डा चोपड़ा अपना मानसिक संतुलन खो बैठे हैं। इसलिए शासन की इस महत्वाकांक्षी योजना को लेकर उलजुलूल बयानबाजी कर रहे हैं। पूर्व विधायक डा चोपड़ा का यह बयान उनके युवा विरोधी चेहरे को उजागर करता है।
जारी प्रेस नोट में एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्वर्गीय राजीव गांधी के युवा भारत के सपने को साकार करने के लिये छत्तीसगढ़ राज्य में राजीव युवा मितान क्लब योजना की शुरुआत की गई है। इसका उद्देश्य राज्य की युवा प्रतिभाओं को तराशना, उन्हें संगठित करते हुए उपयुक्त मंच प्रदान करना तथा उनकी ऊर्जा का उपयोग नवा छत्तीसगढ़ गढ़ने में करना है। राज्य की युवा शक्ति को संगठित करने और उन्हें रचनात्मक कार्यों से जोड़ने का यह क्रांतिकारी कार्यक्रम है। युवाओं के माध्यम से छतीसगढ़ की संस्कृति, पर्यावरण, खेल को आगे बढ़ाने तथा जनकल्याणकारी योजनाओं को जन-जन तक पहुँचाने और लोगों को इसका लाभ दिलाने में मदद मिलेगी। इसी तारतम्य में एनएसयूआई के कार्यकारी अध्यक्ष व्यंकटेश चंद्राकर गांवों में भ्रमण कर युवाओं को न केवल इस योजना के उद्देश्यों की जानकारी दे रहे हैं बल्कि इस क्लब में जुड़ने का आव्हान भी कर रहे हैं। लेकिन विध्नसंतोषी पूर्व विधायक डा चोपड़ा युवा मितान क्लब के गठन को लेकर आपत्ति जताते हुए अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं। उनका यह बयान युवा विरोधी उनके चेहरे को उजागर करता है। उन्होंने कहा कि शासन की योजना सही तरीके से क्रियान्वयन के लिए प्रचार-प्रसार के साथ ही हितग्राहियों को प्रोत्साहित करने की जरूरत होती है। यही काम संसदीय सचिव व विधायक विनोद सेवनलाल चंद्राकर के मार्गदर्शन में उनकी टीम गांवों में जाकर कर रही है। रहा सवाल क्लब के गठन का तो वह नार्म्स के अनुसार ही होगा। इसमें उत्साही युवाओं की भागीदारी सुनिश्चित की जा रही है। उन्होंने डॉ चोपड़ा को अपना मानसिक इलाज कराने की नसीहत देते हुए कहा कि अपने पांच साल के कार्यकाल में क्षेत्र के माहौल को अशांत करने के सिवाय कुछ नहीं किया और अब प्रदेश सहित महामसुंद विधानसभा क्षेत्र में विकास की गंगा बह रही है तो वे पचा नहीं पा रहे हैं। पूर्व विधायक की इस हरकत को क्षेत्र की जनता अच्छे से वाकिफ हैं और बीते चुनाव में उन्हें सबक सीखा चुकी है।