दीपक यादव
महासमुंद, 26 मार्च 2022
महासमुंद जिले के धान खरीदी केंद्र परसवानी में करोड़ों के बोगस धान खरीदी घोटाले की खबर मीडिया ने पहले ही प्रमुखता से दिखाया था. खबर दिखाए जाने के बाद महासमुंद कलेक्टर नें मामले में जांच टीम भी गठित की थी, लेकिन अब सोसाइटी के कर्मचारी बोगस धान खरीदी को मैनेज करने के लिए फिर से फर्जीवाड़ा करने लगे है. परसवानी धान खरीदी केंद्र में 4790 क्विंटल धान था ही नही, लेकिन 15 मार्च 16 मार्च और 17 मार्च को कई ट्रकों से धान खरीदी केंद्र परसवानी से धान, राईस मील को जाना बताया जा रहा है. और जिन ट्रक के रजिस्ट्रेशन नंबर का उपयोग किया गया है, उसमें एक नबर CG06GM8886 है इसे ट्रक बताया गया है, और इस ट्रक से 17 मार्च को धान खरीदी केंद्र परसवानी से श्री बालाजी राईस मील मे 240 क्विंटल यानी 24 टन धान का परिवहन होना बताया गया है. जबकि इस नंबर की गाड़ी ट्रक न होकर होंडा कंपनी की एक्टिवा स्कूटर है. और महासमुंद निवासी नंद किशोर चंद्राकर के नाम पर दर्ज है ।
इस मामले में जिला विपणन अधिकारी जयदेव सोनी का कहना है कि इस प्रकार हुआ है तो गलत है जांच की जाएगी । एक्टिवा गाड़ी में 24 टन धान का परिवहन हो ही नही सकता। अब देखना होगा कि भ्रष्टाचार किये अधिकारी पर कोई कार्रवाई होती है यह नहीं या एक बार फिर कार्रवाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति होती है ।