प्रमोद मिश्रा
रायपुर, 27 मई 2022
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री द्वारा घोषित बालवाड़ी कार्यक्रम के क्रियान्वयन हेतु राज्य स्तरीय कार्यशाला आज एससीईआरटी में प्रारंभ हुई कार्यशाला के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए स्कूल शिक्षा विभाग के विशेष सचिव एवं एससीईआरटी के संचालक राजेश सिंह राणा ने कहा कि बच्चों को हम स्थानीय परिवेश में कैसे बेहतर ढंग से सिखा सकते हैं एक विषय विशेषज्ञ के रूप में नई शिक्षा नीति में 5 से 6 वर्ष के बच्चों को व्यावहारिक शिक्षा दी जाएगी। यह कार्यक्रम महिला बाल विकास विभाग व स्कूल शिक्षा विभाग के समन्वय से सफल होगा। टास्क फोर्स कमेटी में यह निर्णय लिया गया है। कि बालवाड़ी कार्यक्रम का संचालन आंगनबाड़ी में किया जाएगा।
राजेश सिंह राणा ने आगे कहा कि देश के ख्याति प्राप्त विषय विशेषज्ञों की उपस्थिति में दो दिवसीय कार्यशाला में दिए गए सुझाव के अनुरूप ऐसी सामग्री तैयार की जा रही है। जो बालवाड़ी के बच्चों के लिए व्यवहारिक होगी। तीन दिनों तक इस योजना को कैसे क्रियान्वित करना है यह बताया जाएगा। राजेश सिंह राणा ने आगे कहा कि बालवाड़ी का क्रियान्वयन इसी सत्र में किया जाना है। इसलिए 15 जून तक आंगनवाड़ी कार्यकर्ता व बालवाड़ी के शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जाना है।
तिरिक्त संचालक डॉ योगेश शिवहरे ने अपने उदबोधन में क्रियान्वयन के लिए टास्क फोर्स के निर्णय के बारे में बताया। बच्चों को किस प्रकार बालवाड़ी तक लाया जाए और इसे इतना आकर्षक बनाया जाए कि बच्चों को 21 वी सदी के लिए तैयार किया जा सके। उन्हें सही दिशा में स्वाभाविक सीखने का अवसर जरूर प्राप्त हो। एससीईआरटी द्वारा बालवाड़ी कार्यक्रम के क्रियान्वयन हेतु स्रोत व्यक्तियों सहित प्रत्येक जिले से महिला बाल विकास विभाग के दो सुपरवाइजर व समग्र शिक्षा एपीसी व डाइट के प्रतिनिधि उपस्थित हुए ।
उद्घाटन सत्र को एससीईआरटी के अतिरिक्त संचालक डॉ योगेश शिवहरे बालवाड़ी के राज्य समन्वयक प्रशांत कुमार पाण्डेय व प्रभारी सुनील मिश्रा सहित यूनिसेफ के शिक्षा विशेषज्ञ छाया कंवर एसआरसी महिला बाल विकास के राजकुमार खाटी आदित्य शर्मा ऋषि कुमार बंजारा ने भी संबोधित किया।
इस कार्यक्रम में यूनिसेफ के अलावा आह्वान ट्रस्ट अजीम प्रेमजी फाउंडेशन एवं रूम टू रीड के प्रभारी उपस्थित थे।