प्रमोद मिश्रा
रायपुर, 20 जून 2022
नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि प्रदेश में गोबर खरीदी केवल कागजों में ही चल रहा है जमीनी हकीकत कुछ और ही है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल दावा कर रहे है कि प्रदेश में एक साल में करीब 26 प्रतिशत गौ पालक बढ़े हैं। जिनसे गोबर की खरीदी की जा रही है लेकिन जमीनी हकीकत यह है कि जिनसे गोबर खरीदा जा रहा है उनका न सही पता और न ही जिन्हें भुगतान किया जा रहा है उसका न कोई हिसाब-किताब है। केवल वाहवाही लूटने के लिए गोबर खरीदी को एक सफल अभियान बताया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने 144 करोड़ रुपए से भी अधिक की गोबर खरीदी की बात कही है। यह बात किसी से छिपा नहीं है कि प्रदेश में कई जगह से गोबर की चोरी हुई या फिर गोबर पानी में बह गया है। यह अपने-आप में एक अद्भुत उदाहरण है कि किसी राज्य में गोबर जैसी चीजों की चोरी हो रही है इससे दुखद और क्या हो सकता है।
नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने कहा कि प्रदेश के सरगुजा से लेकर बस्तर तक गोबर अभियान के नाम पर जो भ्रष्टाचार हो रहा है उस पर प्रदेश सरकार पर्दा डालने का काम कर रही है। प्रदेश सरकार के सारे दावे खोखले हैं। आने वाले समय में इस बात का खुलासा होगा कि चारा घोटाला की तरह गोबर घोटाला हो रहा है। प्रदेश सरकार की ओर से जो आंकड़े दिए गए है जिसमें ऐसे कई गोबर विक्रेता है जिनके पास पशुधन नहीं है उसके बाद भी लाखों रुपए की गोबर कैसे बेच रहे हैं? यह एक सवाल को जन्म देता है। जिन हितग्राहियों को कथित तौर पर गोबर खरीदी के नाम पर भुगतान हुआ है उसकी जांच होनी चाहिए और दोषियों के खिलाफ अपराधिक मामला दर्ज होना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 8408 गौठान बनाने की बात प्रदेश सरकार ने अपने आंकड़ों में कही है। उन गौठानों की हालत कैसी है सब जानते है। गोधन न्याय योजना के नाम पर मानो प्रदेश की सरकार पशुओं को छलने का काम रह रही है। गौठानों की बदहाली की कहानी प्रदेश सरकार की योजना के तस्वीर को बता रही है।