प्रमोद मिश्रा
जांजगीर/रायपुर, 15 जुलाई
जांजगीर जिले की 13 साल की मासूम बेबी सारथी को इंसाफ कब मिलेगा? कब उसके हत्यारे सलाखों के पीछे होंगे? यह सवाल आज हर एक नागरिक पूछ रहा है जिन्होंने इस विभत्स घटना के बारे में सुना है । बेबी सारथी के साथ पढ़ने वाले बच्चों के आंखों से आंसू की धार पूछ रहे हैं कि 15 दिनों से लापता बच्ची को जांजगीर जिले की स्मार्ट पुलिस आखिर क्यों नहीं ढूंढ पाई? परिवार वाले हलाकान और परेशान कि आखिर उनकी बेटी के साथ कैसी क्रुरता की होगी कि 15 दिनों में ही बच्ची के शव कंकाल में तब्दील हो गए । बच्ची की मां अपने बेटी को याद कर रो-रो कर यह सवाल उन जवाबदारों से पूछ रही है जिन्होंने 15 दिनों तक लापता बेटी को ढूंढ कर नहीं निकाल पाया ।
आपको बताते चले कि जांजगीर जिले के नगर पंचायत खरौद में लापता हुए नाबालिक किशोरी का शव 15 दिन बाद तालाब किनारे झाड़ी में लटका हुआ कल मिला था । स्वजनों ने कपड़े व अन्य सामान को देखकर मृतक की पहचान की है ।
जांजगीर जिले की नगर पंचायत खरौद निवासी बेबी सारथी (13) वर्ष दुकान बिस्कुट लेने के लिए घर से शाम 4 30 बजे निकला थी। लेकिन वह वापस घर नहीं लौटी और न ही दुकान में पहुँची थी । जिसके बाद उसके पिता मान सिंह सारथी माता सीता बाई सारथी और स्वजनों ने उसकी तलाश की थी, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चल पाने के कारण 30 जून को उन्होंने पुलिस थाना शिवरीनारायण में नाबालिग किशोरी की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। जिसके बाद पुलिस नाबालिग की पता तलाश कर रही थी, लेकिन नाबालिग की कोई सूचना नहीं मिली थी।
दरअसल, नगर पंचायत खरौद के वॉर्ड क्रमांक 1 तिवारी पारा के तालाब किनारे 13 वर्षीय बेबी सारथी मासूम लड़की की सड़ी-गली लाश मिलने से पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गया है| मौके पर ही बच्ची के कपड़े मिले हैं, जिससे बच्ची की पहचान हो सकी है| नाबालिग मासूम लड़की की लाश को देखने के लिए सैकड़ों की संख्या में लोग मौजूद रहे, मौके पर शिवरीनारायण पुलिस टीम द्वारा पहुंच कर जांच पड़ताल किया गया । मृतका की माता सीता बाई सारथी ने बताया 29 जून लगभग शाम 4:30 बजे नाबालिग लड़की बेबी सारथी दुकान सामान लेने के लिए निकली थी । जिसके बाद वह घर वापस नहीं लौटी, जिसकी सूचना परिजनों ने शिवरीनारायण थाने में दी जिसके बाद गुरुवार को नगर पंचायत खरौद में एक कंकाल देखा गया, जिसकी सूचना उन्होंने पुलिस थाना शिवरीनारायण को दी।
फिलहाल कंकाल को पोस्टमार्टम के लिए स्थानीय अस्पताल भेज दिया गया है । उसके पश्चात मेडिकल कॉलेज सिम्स लेजाया जाएगा जहां मेडिकल लेजल और डी एन ए टेस्ट किया जाएगा ।
पुलिस के कार्यप्रणाली पर क्यों उठ रहे सवाल?
इस पूरे मामले में पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठ रहे हैं । क्योंकि, 15 दिनों से लापता बच्ची तलाश आखिर पुलिस क्यों नहीं कर पाई । नाराज परिवार वालों ने ग्रामीणों के साथ चक्काजाम भी किया था । लेकिन, अभी तक पुलिस आरोपियों तक नहीं पहुँच पाई है ।