प्रमोद मिश्रा
रायपुर, 16 जुलाई
प्रदेश कांग्रेस कमेटी की बैठक आज राजधानी रायपुर के प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में सीएम भूपेश बघेल, प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम और प्रभारी पी एल पुनिया की उपस्थिति में संपन्न हुई । बैठक में प्रदेश प्रभारियों के साथ सभी जिलों के शहर कांग्रेस अध्यक्ष भी मौजूद रहे । सूत्र बता रहे हैं कि पिछली बैठक की तरह यह बैठक भी काफी हंगामेदार रही । बैठक में पदाधिकारियों ने अपनी बात नहीं रखने देने का आरोप लगाते हुए तल्ख लहजों में कहा कि अगर उनकी बात संग़ठन सुनता नहीं, तो फिर आखिर उनको बैठक में बुलाया किसलिए जाता है? पदाधिकारी यहीं पर नहीं रुके, पदाधिकारियों ने तो यह भी कह दिया कि अगर संगठन उनकी नहीं सुनेगा तो आने वाले 2023 के विधानसभा चुनाव में जीत मुश्किल है ।
बैठक में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम, प्रदेश प्रभारी पी एल पुनिया के बोलने के बाद बैठक खत्म करने की बात कही गई । इसी बात को लेकर प्रदेश पदाधिकारियों के साथ जिला अध्यक्षों ने भी असहमति जताते हुए कहा कि न तो उनकी बात सरकार में बैठे लोग सुनते है और न ही संगठन में बैठे लोग सुन रहे । फिर, आखिर उनको बैठक में बुलाने का क्या मतलब?
कृषि उपज मंडी में नियुक्ति को लेकर भी दिखी नाराजगी !
सूत्र बताते हैं कि बैठक में पदाधिकारियों ने अभी हाल ही में कृषि उपज मंडी में हुई नियुक्ति को लेकर भी नाराजगी जाहिर की । पदाधिकारियों ने कहा कि संग़ठन में बैठे लोगों की बात कृषि उपज मंडी के नियुक्ति में नहीं सुनी गई । न तो उनसे रायशुमारी ली गई और न ही नियुक्ति सम्बन्धी उनकी बात मानी गई । इस बात को लेकर पदाधिकारियों ने नाराजगी भरे स्वर में कहा कि उनको संगठन में पदाधिकारी क्यों बनाया गया है समझ से परे हैं ।
सरकार और संग़ठन में दूरी को लेकर भी हुई चर्चा!
सूत्र बताते हैं कि बैठक में संग़ठन के पदाधिकारियों ने साफ शब्दों में कहा कि सरकार में उनकी बातों को तवज्जों नहीं दिया जाता है । जब चाहे तब किसी भी की नियुक्ति कही भी जर दी जाती है । पदाधिकारियों ने नाराजगी जाहिर करते कहा कि अगर अभी सुधार नहीं किया गया, तो 2023 में चुनाव जीतना बहुत मुश्किल होगा ।
बिलासपुर में बनने वाले राजीव भवन को लेकर भी बहस !
सूत्र बताते हैं की बिलासपुर में बनने वाले राजीव भवन को लेकर भी आज कांग्रेस कोषाध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल और कांग्रेस प्रभारी महामंत्री(संगठन) अमरजीत चावला के बीच तीखी नोकझोंक भी हो गई । दरअसल, बिलासपुर में कांग्रेस के नए भवन के लिए डेढ़ करोड़ की राशि की आवश्यकता है जिसको लेकर अमरजीत चावला ने कहा कि अगर प्रभारी चाहे तो पैसों की व्यवस्था हो सकती है। इसी बात को लेकर कोषाध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल ने असहमति जताई और इस बात को लेकर दोनों के बीच बहस की स्थिति भी निर्मित हो गई ।
अमरजीत चावला को लेकर भी बातचीत !
सूत्र बताते हैं कि कई पदाधिकारियों ने कांग्रेस के प्रभारी महामंत्री(संगठन) अमरजीत चावला के कार्यों को लेकर भी कई पदाधिकारियों ने नाराजगी जताई । सूत्र बताते हैं कि प्रदेश में नियुक्ति को लेकर उनकी बातों को न सुनने की बात पदाधिकारियों ने कही है ।