प्रमोद मिश्रा
रायपुर, 21 जुलाई 2022
देश को द्रौपदी मुर्मू के रूप में 15वां राष्ट्रपति मिल गया है, जो 25 जुलाई को शपथ लेने वाली है । उनके इस जीत में छत्तीसगढ़ के भी दो कांग्रेसी विधायकों ने समर्थन दिया है । दरअसल, 18 जुलाई को हुए राष्ट्रपति के मतदान में छत्तीसगढ़ से कांग्रेस के 71 विधायकों में से 69 विधायकों ने तो यशवंत सिन्हा को वोट दिया । लेकिन, दो कांग्रेसी विधायकों ने द्रौपदी मुर्मू के समर्थन में वोट डाल दिया । ऐसे में जहां द्रौपदी मुर्मू को छत्तीसगढ़ से 19 विधायकों के वोट मिलने वाले थे वो आंकड़ा बढ़कर 21 हो गया । ऐसे में सवाल उठता है कि वह कौन से कांग्रेस के विधायक है जिन्होंने मुर्मू को अपना वोट दे दिया?
कांग्रेस में मची उथल-पुथल
दरअसल, कांग्रेस पार्टी में 16 जुलाई को उथल-पुथल मच गया, जब कैबिनेट मंत्री टी एस सिंहदेव ने पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग को छोड़ दिया । टी एस सिंहदेव ने अपने पंचायत विभाग के चार पन्नों के पत्र में सीएम भूपेश बघेल पर कई ऐसे आरोप लगाए की प्रदेश की सियासत काफी गर्म हो गई । और बीजेपी को बैठे-बिठाए बड़ा मुद्दा मिल गया । अब देखने वाली बात है कि कांग्रेस में पहले से मचे उथल-पुथल का अंजाम इस क्रॉस वोटिंग के बाद किस मोड़ पर पहुँचता है ।
क्या पार्टी करेगी विधायकों से बात?
इन दिनों कांग्रेस पार्टी की बैठक में सत्ता और संग़ठन के बीच दूरियों की बात सामने आ रही है । ऐसे में जब 62 विधायकों ने टी एस सिंहदेव के विरोध में जाकर अनुशासनहीनता का आरोप लगाते पार्टी के आला नेताओं से उनकी शिकायत की । और वोटिंग में क्रॉस वोटिंग की खबर सामने आईं तो क्या पार्टी के बड़े नेता विधायकों से बात करेंगे या नहीं? ये देखने वाली बात होगी । खैर ये तो पता नहीं चल सकता कि किसने पार्टी लाइन के खिलाफ जाकर मुर्मू को वोट दिया है । लेकिन, कांग्रेस पार्टी इसकी सच्चाई जानने की कोशिश जरूर कर सकती है ।