आल इंडिया प्रोफेशनल कांग्रेस का वार्षिक सम्मेलन : कांग्रेस नेता शशि थरूर और RBI के पूर्व गवर्नर हुए शामिल, CM भूपेश बोले : “देख की संपत्ति को बेचना ही गुजरात मॉडल”

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प्रदीप नामदेव

रायपुर, 30 जुलाई 2022

राजधानी रायपुर के पंडित दीनदयाल ऑडिटोरियम में आज कांग्रेस के अनुुषांगिक संगठन आल इंडिया प्रोफेशनल कांग्रेस का पांचवां वार्षिक सम्मेलन शुरू हो गया। यह लगातार दूसरा वर्ष है जब प्रोफेशनल कांग्रेस का सम्मेलन यहां हो रहा है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, पूर्व केंद्रीय मंत्री और प्रोफेशनल कांग्रेस के अध्यक्ष शशि थरूर, कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया आदि ने सम्मेलन का औपचारिक उद्घाटन किया। इसमें भाग लेने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन भी पहुंचे हैं।

 

 

राजधानी के पं. दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में सांसद शशि थरूर ने कहा, जब हमें दिल्ली जैसी जगहों में लोग पूछते हैं कि आपकी सरकार आएगी तो किस तरह का काम करेंगे, मैं उन्हें गर्व से छत्तीसगढ़ की मिसाल देता हूं। जिस तरह छत्तीसगढ़ में विकास और बदलाव हो रहे हैं, हम पूरे देश में यही करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किसानों, मजदूरों और सभी वर्गों के लिए के जिस तरह से कल्याणकारी योजनाएं बनाईं हैं, वह एक मिसाल है। हमें आमजन की जरूरतों को समझकर उनके लिए काम करना है, छत्तीसगढ़ में यही हुआ है। थरूर ने कहा कि हमें संख्या से ज्यादा गुणवत्ता पर केंद्रित होकर काम करना है। ऑल इंडिया प्रोफेशनल कांग्रेस के लिए हर राज्य में समर्पित सदस्य बनाने हैं, जो हमारी संस्कृति, परंपरा के प्रति समर्पित रहकर उस आगे ले जाने का काम करें। उद्घाटन समारोह में कांग्रेस के प्रभारी सचिव चंदन यादव, राजीव अरोरा, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम और प्रोफेशन कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष क्षतिज चंद्राकर सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता और पदाधिकारी मौजूद रहे। सम्मेलन का समापन रविवार को होगा।

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मुख्यमंत्री बोले : “आज कोई गुजरात मॉडल की चर्चा तक नहीं करता’

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, देश देख रहा है कि गुजरात मॉडल का क्या हश्र हुआ है। आज 9 साल बाद कोई गुजरात मॉडल की चर्चा नहीं करता। हम अब आज गुजरात मॉडल को भोग रहे हैं। देश में महंगाई, गरीबी, भुखमरी बढ़ रही है। इसके उलट हमारी सरकार ने न्यूनतम आय और न्यूनतम आवश्यकता पर जोर दिया। यदि आप सीधे आम आदमी के पास पैसा ट्रांसफर कर देते हैं तो वह पैसा खर्च करेगा, उपभोक्ता के रूप में। मुख्यमंत्री ने कहा कि देश की संपत्ति को लगातार बेचना ही शायद गुजरात मॉडल है और सबको रोजगार देना छत्तीसगढ़ मॉडल है।

 

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