प्रमोद मिश्रा
रायपुर, 03 अगस्त 2022
छत्तीसगढ़ में स्कूल शिक्षा विभाग में संविलियन के पूर्व कार्यरत जिन शिक्षाकर्मियों की मृत्यु हो गई है उनके परिजन आज भी अनुकंपा के लिए दर-दर भटक रहे हैं और कई दफा आंदोलन भी कर चुके हैं । शिक्षक संघ भी उनके मुद्दों पर कई बार विभाग के अधिकारियों से इस बात की गुहार लगा चुके हैं कि ऐसे मामलों में सरकार सहानुभूति पूर्वक विचार करते हुए उन्हें यथासंभव नौकरी प्रदान करें । लेकिन, अभी तक सरकार की ओर से एक कमेटी बनाने के अतिरिक्त कुछ खास होता हुआ नजर नहीं आया है । लेकिन, अब एक बार फिर लोक शिक्षण संचालनालय के संयुक्त संचालक ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों और संयुक्त संचालक को पत्र लिखकर उन शिक्षाकर्मियों के प्रकरण के विषय में जानकारी मांगी है जिनका संविलियन पूर्व निधन हो गया था ।
इधर अनुकंपा पीड़ितों के लिए संघर्ष करने वाले और लगातार अधिकारियों से मुलाकात करने वाले सर्व शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष विवेक दुबे ने इसे एक अच्छी पहल बताते हुए कहा है कि हमने शासन प्रशासन दोनों से कई बार गुहार लगाई है की प्रदेश में लगभग 900 के आसपास ऐसे प्रकरण हैं जिसमें अनुकंपा नियुक्ति शिक्षाकर्मियों के परिजनों को नहीं दी जा सकी है । जिसे सरकार बड़ा दिल करके आसानी से दे सकती है । हमारे साथियों के परिजनों के पास घर चलाने के लिए भी पैसे नहीं है, तो वह ऐसे में डिग्री कहां से हासिल करेंगे और अगर वह पढ़ाई करेंगे तो फिर उनका परिवार का पेट कौन पालेगा? अनुकंपा पीड़ितों ने भी खुद कई बार इस बात को दोहराया है कि उन्हें उनकी योग्यता के अनुसार या तो पद दे दिया जाए या फिर पहले उन्हें नौकरी दे दी जाए और उसके बाद उन्हें डिग्री हासिल करने के लिए समय दे दिया जाए । इस पत्र के जारी होने के बाद एक बार फिर उम्मीद जगी है , हमारा आपके माध्यम से पुनः निवेदन है कि सरकार संवेदनशीलता दिखाते हुए पीड़ितों को अनुकंपा नियुक्ति प्रदान करें ।