ब्यूरो रिपोर्ट
उत्तरप्रदेश, 04 सितंबर 2022
उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विधानसभा क्षेत्र गोरखपुर के कई वार्डों के नाम परिसीमन के बाद बदल दिए गए हैं । नए नामों को लेकर अब राजनीति भी तेज हो गई है । दरअसल, गोरखपुर में शहर से सटे ग्रामीण इलाकों के 32 गांव नगर निगम की सीमा में शामिल किए गए हैं। नगर निगम के नए परिसीमन के बाद अब गोरखपुर में 80 वॉर्ड हो गए हैं। 10 नए वॉर्डों बढ़ने के साथ ही तमाम पुराने वॉर्डों के नाम भी बदल गए हैं। वॉर्डों के नामकरण को लेकर सियासी पारा भी चढ़ गया है। सपा पार्षद नए परिसीमन पर तो खामोश हैं मगर पुराने वॉर्डों के नाम बदले जाने से खफा हैं। सपा पार्षदों ने तय किया है कि वे सोमवार को नगर आयुक्त से मुलाकात कर विरोध जताएंगे।
दरअसल, गोरखपुर नगर निगम ने एक मसौदा परिसीमन आदेश में लगभग एक दर्जन वार्ड के ‘मुस्लिम लगने वाले नाम’ बदल दिए हैं, जिस पर समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के नेताओं ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। नाम बदलना परिसीमन अभ्यास का हिस्सा था, जिसके तहत गोरखपुर में वार्ड की कुल संख्या 80 हो गई, जिनमें से कई का नाम प्रतिष्ठित व्यक्तित्वों और स्वतंत्रता सेनानियों के नाम पर रखा गया।
अब महाराणा प्रताप, पंडित मदन मोहन मालवीय, डॉ. राजेंद्र प्रसाद, पंडित रामप्रसाद बिस्मिल, शहीद अशफाकउल्ला खान और मातृभूमि के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाली महान हस्तियों के नामों से कई वार्ड जाने जाएंगे। मोहद्दीपुर का नाम सरदार भगत सिंह के नाम पर रखा गया है, क्योंकि इस वार्ड में सिख समुदाय की भी काफी जनसंख्या है।
सिंधी समुदाय के स्वामी झूलेलाल के नाम पर भी एक वार्ड का नाम रखा गया है। नौसढ़ में निषाद समुदाय की एक बड़ी आबादी है, इसलिए इसका नाम मत्स्येंद्र नगर रखा गया है। कई वार्ड का नाम बाबा गंभीरनाथ, फिराक गोरखपुरी, महात्मा ज्योतिबा फुले, बंधु सिंह, संत झूलेलाल नगर और अन्य विश्व प्रसिद्ध लोगों के नाम पर रखा गया है।
ये वार्डों के नाम बदल गए
मियां बाजार, मुफ्ती पुर, अलीनगर, तुर्कमानपुर, इस्माइलपुर, रसूलपुर, हुमायूंपुर उत्तरी, घोसीपुरवा, दाउदपुर, जाफरा बाजार, काजीपुर खुर्द, चक्सा हुसैन जैसे मुस्लिम नाम वाले वार्ड नामों को बदल दिया गया है। मसलन अब इलाहीबाग को बंधु सिंह नगर, इस्माइलपुर को साहबगंज और जाफरा बाजार को आत्माराम नगर के नाम से जाना जाएगा।