धनेश्वर बंटी सिन्हा
मगरलोड, 30 सितंबर 2022
भाजपा युवा मोर्चा के नेतृत्व में कमीशनखोरी व रिश्वतखोरी के विरोध में 29 सितम्बर दिन गुरुवार को तहसील कार्यालय मगरलोड का घेराव किया गया। भाजपाइयों ने बताया कि गत दिनों आरआई मेघा व तहसीलदार मगरलोड के द्वारा आये दिन कमीशन खोरी, रिश्वतखोरी के खिलाफ कार्रवाई की मांग किया गया था। लगातार तहसील कार्यालय मगरलोड में पटवारी, आरआई और तहसीलदार द्वारा किसानों व आम जनता से बंटवारा नामा, नामांतरण, फ़ौत नामा, त्रुटि सुधार के नाम से रूपये की मांग किया जाता है और मांग पूरी नही करने पर जबरदस्ती किसानों को तहसील कार्यालय का चक्कर लगवाते है।किसानों से बिना पैसे लिये कोई काम नहीं करते है। बीते दिनों पटवारी मेघा द्वारा प्रमाणीकरण के नाम पर ग्राम करेलीछोटी के किसानों से 3000 -3000 रुपये मांगते हुए वीडियो वायरल हुए। कलेक्टर पीएस एल्मा ने मात्र पटवारी को निलंबित किये है। जबकि उक्त वीडियो में मेघा आरआई भी बैठा है उनके नाम से भी पैसे देने की बात पटवारी द्वारा कहा जा रहा है। कार्यकर्ताओं ने कहा कि इससे स्पष्ट है कि आरआई कि मिलीभगत और तहसीलदार मगरलोड के सरंक्षण में लगातार कमीशन ओर रिश्वत खोरी चल रहा है। जिनके विरोध में बड़ी तादात में भाजपाइयों ने तहसील कार्यालय का घेराव किया है।
तहसील कार्यालय घेराव को रोकने के लिए पुलिस प्रशासन द्वारा कार्यालय के प्रवेश द्वार में बेरिकेड्स लगाया गया था। घेराव के दौरान भाजपा नेताओं व पुलिस के बीच धक्कामुक्की हुई। भाजपाई तहसील कार्यालय के सामने बैठ गये। और तहसीलदार की सद्बुद्धि के लिए हनुमान चालीसा का पाठ किया गया। तहसीलदार के खिलाफ मुरादाबाद के नारे लगाया गया। साथ ही मेघा आरआई व तहसीलदार को हटाने व निलंबित करने की मांग पर अड़े रहे।
इस दौरान भाजयुमो जिलाध्यक्ष विजय मोटवानी, भाजयुमो जिला महामंत्री चेतन साहू,जिला उपाध्यक्ष नरेश सिन्हा, हिरजंय साहू, भवानी यादव, लोकेश साहू , हेमन्त सिन्हा नोटरी भारत सरकार,जिला पंचायत सदस्य खूबलाल ध्रुव, रामायण सिन्हा सहित क्षेत्र के बीजेपी कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
तहसील कार्यालय के गेट पर लगा ताला, अधिकारी गायब
भाजपा युवा मोर्चा द्वारा तहसील कार्यालय में हो रही कमीशन खोरी एवं भ्रष्टाचार के खिलाफ तहसील कार्यालय की घेराव की चेतावनी दी गई थी तहसील कार्यालय के घेराव डर से तहसील ऑफिस कार्यालय के गेट व मेन गेट में ताला लगाकर अधिकारी कर्मचारी गायब हो गए थे। नतीजा वनांचल क्षेत्र सिंगपुर, बकोरी, पठार, मडेली, बकोरी, बिरझूली, हसदा, खिसोरा दूर के गांवों से तहसील काम से आये किसान दिनभर भटकते रहे। उन्होंने कहा कि धरना प्रदर्शन एवं घेराव करना नेताओं का काम है। मगर तहसील अधिकारियों द्वारा तहसील कार्यालय में ताला लगा कर गायब रहना यह बात हजम नहीं हुई इससे ऐसा प्रतीत होता है कि अधिकारी का भी भ्रष्टाचार में मिलीभगत है।