प्रमोद मिश्रा
बिलासपुर, 21 मई 2023
छत्तीसगढ़ में लगातार सांप्रदायिक हिंसा के मामले सामने आते रहे हैं । कवर्धा उसके बाद बिरनपुर और अब रतनपुर में भी ऐसे हालात बनते हुए दिखाई दे रहे हैं । दरअसल, बिलासपुर जिले के रतनपुर में एक मुस्लिम युवक ने हिंदू लड़की को पहले अपने प्रेम जाल में फंसाया, फिर उसे खुटाघाट बुला कर उसके साथ दुष्कर्म किया और लड़की को बदहवास अवस्था में छोड़कर वहां से रफूचक्कर हो गया । इसके बाद जब लड़की ने थाने में इसकी शिकायत करनी चाही तो लड़की के परिवार वालों पर पैसे देने का लालच दिया गया और मामले को दबाने की कोशिश की गई, लेकिन जब लड़की नहीं मानी और थाने में शिकायत की तो उसके बाद आरोपी युवक को पुलिस ने गिरफ्तार किया, लेकिन इससे भी दिलचस्प बात यह रही कि आरोपी युवक के रिश्तेदार ने पीड़ित युवती की मां पर यौन शोषण का गंभीर आरोप लगाया । यौन शोषण के आरोप पर पुलिस ने तत्काल कार्रवाई की और पीड़ित युवती की मां को जेल भेज दिया । इस मामले का पता जब हिंदू समाज को लगा तो मामले ने तूल पकड़ा और हिंदू समाज के साथ ब्राह्मण समाज और अन्य समाजों ने आज रतनपुर बंद का ऐलान किया है । फिलहाल रतनपुर में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है ।
इसके साथ ही रविवार यानि आज रतनपुर को बंद करने का ऐलान किया है। इधर, बिगड़ते हालात को देखते हुए पुलिस भी अलर्ट हो गई है। रतनपुर में अतिरिक्त बल तैनात कर दिया गया है।
टीआई को निलंबित करने की मांग, आज रतनपुर बंद
दुष्कर्म पीड़िता की मां पर काउंटर केस दर्ज करने के विरोध में शनिवार को हिंदू संगठन के लोगों ने रतनपुर में रैली निकालते हुए थाने का घेराव किया। पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए उन्होंने पुलिसकर्मियों को चूड़ियां भी भेंट की। इस दौरान बड़ी संख्या में लोग शामिल थे, जिन्होंने सड़क पर टायर जलाकर विरोध-प्रदर्शन किया।
हंगामे के बाद बिगड़ते हालात को देखते हुए एडिशनल एसपी सिटी, एसडीओपी कोटा सहित तहसीलदार थाने में देर रात तक डटे रहे। जिले भर से पुलिस जवानों को रतनपुर बुला लिया गया है। करीब दो घंटे तक यहां जमकर बवाल मचा। आंदोलनकारियों ने पीड़िता को न्याय नहीं मिलने पर रतनपुर बंद का ऐलान कर दिया है। इसके साथ ही उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।
SP के जवाब पर भड़का आक्रोश
दरअसल, शनिवार को पीड़िता और हिंदूवादी संगठन के लोग इस केस की निष्पक्ष जांच की मांग को लेकर SP संतोष सिंह से मिलने पहुंचे थे। इस दौरान SP संतोष सिंह ने कानून के अनुसार कार्रवाई करने की बात कह दी। साथ ही कहा कि दस साल के बच्चे के साथ जो घटना हुई है, उस पर पुलिस ने केस दर्ज किया है। इस केस में रेप पीड़िता से कोई लेना देना नहीं है। उनके इस जवाब से असंतुष्ट हिंदूवादी संगठन के लोगों ने प्रदेश भर के लोगों को रतनपुर बुला लिया और थाने का घेराव करके विरोध-प्रदर्शन करने लगे।
पुलिस पर इसलिए बड़ा सवाल
दरअसल पुलिस को दुष्कर्म के आरोपी के परिजनों ने 19 मई को पीड़िता की मां के खिलाफ थाने में शिकायत की। उसी दिन एफआईआर दर्ज हुआ। पीड़ित लड़की का आरोप है कि एफआईआर से पहले ही महिला को गिरफ्तार कर लिया गया था। इतना ही नहीं उसी दिन महिला को जेल भी भेज दिया गया। महिला को अपना पक्ष रखने तक का मौका नहीं दिया गया।
भाजपा नेता और पार्षद है करीबी रिश्तेदार
इस पूरे मामले में पता चला है कि रेप पीड़ित युवक का करीबी रिश्तेदार हकीम मोहम्मद भाजपा नेता और पार्षद है। जब रेप का केस दर्ज हुआ, तब भी पीड़ित परिवार पर दबाव बनाने की कोशिश की गई। लेकिन, परिजन दबाव में नहीं आए।