छत्तीसगढ़ आप ने कसा तंज: संजीव झा बोले- मंत्री सिंहदेव की बात नहीं सुन रहे CM भूपेश, सता रहा कुर्सी का खतरा

छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ आम आदमी पार्टी ने प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर प्रदेश सरकार को घेरा है। आप के छत्तीसगढ़ प्रभारी संजीव झा ने सीएम भूपेश बघेल और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव पर निशाना साधते हुए कहा कि मुख्यमंत्री बघेल स्वास्थ्य मंत्री की बात नहीं सुन रहे हैं। लग रहा है कि उन्हें स्वास्थ्य मंत्री से अपनी कुर्सी का खतरा सता रहा है।

संजीव झा ने कहा कि अगर स्वास्थ्य मंत्री काम नहीं कर पा रहे हैं, तो उन्हें हटा देना चाहिए। यहां की खस्ताहाल स्वास्थ्य व्यवस्था से जनता को निजात दिलाई जानी चाहिए। बस्तर क्षेत्र के स्वास्थ्य व्यवस्था की हालत बद से बदतर है। यहां पेड़ से स्लाइन लटकाकर इलाज किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ के बड़े अस्पतालों में बेसिक टेस्ट की सुविधा नहीं हैं। छत्तीसगढ़ में अस्पताल के नाम पर ट्रांसफर सेंटर चल रहा है।

प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाएं बदहाल: संजीव झा
प्रदेश प्रभारी ने कहा कि प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाएं बदहाल हैं। मरीजों के लिए अस्पतालों में वेंटिलेटर नहीं है। प्रदेश की स्वास्थ्य सुविधा आज खुद वेटिंलेटर पर है, लेकिन मुख्यमंत्री का स्वास्थ्य के खस्ताहाल की तरफ ध्यान नहीं है। स्वास्थ्य सुविधाएं सीएम और स्वास्थ्य मंत्री के राजनीतिक प्रतिद्वदिता की शिकार हो गई। सीएम भूपेश बघेल और टीएस सिंहदेव के सियासी तकरार के बीच यहां की जनता पिस रही है। छत्तीसगढ़ के दूरस्थ अंचल में आज भी स्वास्थ्य सुविधाओं का अभाव है। बेहतर सड़क की सुविधा नहीं होने की वजह ग्रामीण अंचल के बीमार पीड़ितों को खाट पर ढोकर एंबुलेंस तक पहुंचाने की खबरें आती रहती है। दोनों नेताओं में प्रतिद्वंदिता के कारण स्वास्थ्य विभाग को या तो पैसा नहीं मिल रहा है या फिर स्वास्थ्य मंत्री काम नहीं करना चाहते हैं? हालांकि स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव खुद आरोप लगाते रहे हैं कि बार-बार मांगने पर भी स्वास्थ्य सेवा में सुधार के लिए राशि नहीं मिलती।

‘राजनीतिक अंतर्द्वंद्व में प्रदेश के मरीज अकारण पिस रहे’
संजीव झा ने कहा कि प्रदेश सरकार के राजनीतिक अंतर्द्वंद्व में प्रदेश के मरीज अकारण पिस रहे हैं। मरीजों का समुचित इलाज नहीं हो पा रहा है। उन्होंने कहा, सरकार झूठे विज्ञापनों पर करोड़ों रुपए खर्च कर रही है, लेकिन स्वास्थ्य का क्षेत्र भूपेश सरकार के कुशासन से कराह रहा है। आलम यह है कि छत्तीसगढ़ की स्वास्थ्य व्यवस्था बद से बदतर हो चुकी है।

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