प्रमोद मिश्रा, 13 जुलाई 2023
उत्तर भारत में लगातार हो रही बारिश ने विकराल रूप धर लिया है. देश की राजधानी दिल्ली में यमुना का जलस्तर लगादार बढ़ने से बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. 45 साल बाद यमुना नदी का जलस्तर 208 मीटर के पार पहुंच गया है.
बुधवार (12 जुलाई) रात 11 बजे दिल्ली में पुराने रेलवे पुल के पास यमुना का जलस्तर 208.08 मीटर रिकॉर्ड किया गया और गुरुवार (13 जुलाई) की सुबह 8 बजे तक इसके 208.30 मीटर पहुंचने की संभावना है. इसके पहले 1978 में यमुना का जलस्तर 207.49 मीटर तक गया था.
दिल्ली में नदी के किनारे वाले इलाकों में बाढ़ का पानी घुस गया है. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए आपात बैठक बुलाई. इसके साथ ही उन्होंने केंद्र से मदद भी मांगी है.
दिल्ली के साथ ही पश्चिमी उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब और हरियाणा में भी बारिश के चलते हालात गंभीर हैं. हिमाचल प्रदेश में बारिश ने जमकर तबाही मचाई है. राज्य में बारिश के कारण 88 लोगों की जान चली गई है, जबकि 16 लोग लापता हैं और 100 घायल हुए हैं. हिमाचल प्रदेश के चंद्रताल में कई यात्री फंसे हुए हैं, जिनको निकालने के लिए राज्य सरकार के मंत्री जगत सिंह नेगी और प्रशासन की टीम वहां पहुंच चुकी है.
उत्तराखंड में भारी बारिश के चलते बुधवार को केदारनाथ यात्रा रोक दी गई. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने श्रद्धालुओं को सलाह दी है कि वे मौसम साफ होने के बाद ही आएं. उत्तराखंड सरकार ने हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है.
पंजाब के 13 जिले बाढ़ की चपेट में आ गए है और 479 गांव बुरी तरह से प्रभावित दिखाई दे रहे हैं. फिरोजपुर में जीरो लाइन के पास पाकिस्तान के बांध टूटने के बाद भारत के सीमावर्ती इलाकों में पानी घुस रहा है. गुरुवार को पूरे पंजाब में बारिश का अलर्ट जारी किया गया है.