प्रमोद मिश्रा, 23 जुलाई 2023
बीते 30 दिनों के भीतर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का शनिवार को तीसरा छत्तीसगढ़ दौरा है। अमित शाह तीसरी बार छत्तीसगढ़ पहुंचे हैं। देर शाम छत्तीसगढ़ पहुंचने के बाद शाह सीधे बीजेपी के प्रदेश कार्यालय पहुंचे, जहां प्रदेश प्रभारी ओम माथुर, पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह, प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव और बीजेपी के कई बड़े नेताओं के साथ बैठक भी ली।
चुनाव के लिहाज से अमित शाह की बैठक कई मायने में महत्वपूर्ण मानी जा रही है। अपने बीते 6 जुलाई के बैठक में अमित शाह ने प्रभारियों को जो निर्देश दिए थे, उस पर अब तक कितना काम हुआ है उसकी जानकारी प्रदेश कार्यालय में ली है ।
आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ में बीजेपी मौजूदा कांग्रेस की सरकार की कमियां और विधानसभा में कांग्रेस की कमजोर कड़ी क्या है, उस पर अमित शाह के निर्देश के बाद काम कर रही थी। माना जा रहा है कि अमित शाह ने सभी विधानसभा कि जो जानकारी एकत्रित करने को निर्देशित किया था वह लगभग पूरी हो गई है। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की मौजूदा स्थिति क्या है उसकी जानकारी बीजेपी ने एकत्रित कर ली है। इस बैठक में उन सभी कड़ियों पर मंथन किया जा रहा है और आगे की चुनाव की रणनीति बनाई जा रही है।
अमित शाह ने संभाली छत्तीसगढ़ की कमान
छत्तीसगढ़ में लगातार बीजेपी के केंद्रीय नेताओं के बाद खुद प्रधानमंत्री मोदी का छत्तीसगढ़ आना और फिर लगातार केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के द्वारा बीजेपी के नेताओं के साथ बैठक करना यह साफ बताता है कि छत्तीसगढ़ की कमान अब खुद अमित शाह ने अपने हाथ में ले ली है। क्योंकि वर्तमान में बीजेपी के पास 90 में से केवल 14 सीटें हैं।
बीजेपी 2023 के विधानसभा चुनाव में 55 का आंकड़ा पार करने की तैयारियों में जुटी है जो कि वर्तमान में यह राह काफी कठिन है। हालांकि पीएम मोदी के छत्तीसगढ़ दौरे के बाद ऐसा माना जा रहा है कि बीजेपी की सक्रियता में एक बड़ा असर देखने को मिला है। वहीं दूसरी ओर गृह मंत्री अमित शाह लगातार दौरा और बैठक कर सुस्त पड़े नेताओं को टाइट करने का काम भी कर रहे हैं।
मनसुख मंडाविया को बड़ी जिम्मेदारी
पिछले दौरे के बाद अमित शाह ने प्रदेश में बीजेपी का चुनाव प्रभारी ओम माथुर को बनाया। वहीं सह प्रभारी केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया को बनाकर प्रदेश की बड़ी जिम्मेदारी दी। चुनाव के लिहाज से जो जिम्मेदारी मनसुख मंडाविया को दी गई है, उसके अनुसार प्रदेश में जिस तरह से चुनाव को लेकर बीजेपी काम कर रही है सभी काम की रिपोर्ट तैयार कर दिल्ली में अमित शाह को वह सारी जानकारी देते हैं। जिसके बाद शाह आगे की चुनावी रणनीति बनाकर प्रदेश में बीजेपी को आगे किस तरह से काम करना है।
अब आगे देखना होगा कि क्या अमित शाह छत्तीसगढ़ में कमजोर पड़ी बीजेपी को आने वाले विधानसभा चुनाव में विजयश्री की माला पहना पाने में सफल हो पाते हैं या नहीं।