प्रमोद मिश्रा, 18 सितंबर 2023
नई दिल्ली|प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने निचले सदन यानी लोकसभा में अपना संबोधन शुरू किया और 75 साल की संसदीय यात्रा को याद किया। अपने संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि भले ही 19 सितंबर से आगामी सत्र नए भवन में आयोजित किए जाएंगे, लेकिन पुराना संसदीय भवन लाखों भारतीयों को प्रेरणा देता रहेगा।
उन्होंने यह भी कहा कि नए परिसर में जाने से पहले इस संसद भवन से जुड़े प्रेरणादायक क्षणों को याद करने का समय आ गया है।
PM Modi ने कहा, ‘हम इस संसद के निर्माण में लगे परिश्रम, कड़ी मेहनत और धन को कभी नहीं भूल सकते।’
लोकसभा में पीएम मोदी ने कहा, ‘…हम सभी इस ऐतिहासिक इमारत को अलविदा कह रहे हैं। आजादी से पहले यह सदन इंपीरियल लेजिस्लेटिव काउंसिल की जगह था। आजादी के बाद इसे संसद भवन की पहचान मिली। यह सच है कि इस इमारत के निर्माण का निर्णय विदेशी शासकों ने लिया था, लेकिन हम कभी नहीं भूल सकते और गर्व से कह सकते हैं कि इसके निर्माण में जो मेहनत, मेहनत और पैसा लगा, वह मेरे देशवासियों का था।’
उन्होंने कहा कि ये सदन से विदाई लेना एक भावुक पल है। उन्होंने कहा कि परिवार जब एक पुराना घर छोड़कर नए घर जाता है तो बहुत सारी यादें एक पल के लिए उसे झकझोर देती हैं। और हम जब इस सदन को छोड़कर जा रहे हैं तो हमारा मन-मस्तिष्क भी उन भावनाओं से भरा हुआ है। अनेक यादों से भरा हुआ है।
संबोधन के दौरान PM Modi ने संसदीय कार्यवाही की जिक्र किया और कहा कि इस संसद में कई तरह में कई तरह के अनुभव रहे हैं। नोक-झोंक से लेकर उत्साह औऱ उमंग की यादों को पीएम मोदी ने याद किया।