प्रमोद मिश्रा, 21 सितंबर 2023
बीते चार दिनों से जशपुर जिले में जारी बारिश ने किसानों की सूख रही फसल के लिए संजीवनी का काम कर दिया है। कृषि विभाग ने उड़द की फसल में यदि फल लग गए हैं तो उसमें कीड़े लगने की संभावना जताई है। शेष सभी फसलें धान, मक्का, मूंगफली, रागी, सब्जी की फसलों को बारिश से फायदा मिल रहा है।
सेन्द्रिमुंडा, जोकारी, केराडीह, गिनाबहार के किसानों ने बताया कि इस बार कम बारिश की वजह से हमारी फसल खतरे में आ गई थी। सोमवार से रोज अच्छी बारिश होने से खासकर धान की फसल को जीवनदान मिला है। इससे पहले धान के खेतों में कम बारिश की वजह से घास काफी बढ़ रही थी। वहीं, धान की पत्तियां भी पीली पड़ने लगी थी। धान की बाली अभी फूटी नहीं है, जिसके कारण बारिश की बेरुखी से किसान खासे चिंतित थे।
कृषि विभाग के एसडीओ कमलेश पैंकरा ने बताया कि छत्तीसगढ़ शासन के द्वारा धान की अच्छी कीमत देने के कारण किसान धान को आय का मुख्य साधन बनाकर खूब खेती कर रहे हैं। इस बार जशपुर जिले में औसत बारिश कम रही है। पिछले चार दिनों से पूरे जशपुर में लगातार बारिश हो रही है, जिससे धान के खेतों में पानी जमा हो गया है। इसके साथ ही इस बारिश से अन्य फसलें भी अच्छी होंगी।
छत्तीसगढ़ शासन के महत्वाकांक्षी योजना राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत पंजीयन का कार्य सहकारी समिति व कृषि विभाग के द्वारा किया जा रहा है, जिसकी अंतिम तिथि 31 अक्टूबर 2023तक है। इस वर्ष धान खरीदी का समर्थन मूल्य 2,183 रुपये है तथा राज्य शासन द्वारा प्रोत्साहन राशि प्रति एकड़ 9,000 रुपये दिया जायेगा। साथ ही दलहन तिलहन रागी कोदो कुटकी एवं मक्का फसल के पंजीकृत किसानों को भी प्रति एकड़ 9,000 रुपये प्रोत्साहन राशि मिलेगी।