प्रमोद मिश्रा, 3 नवंबर 2023
रायपुर। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यध सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी छत्तीसगढ़ में अभी तक की कुल 5 जनसभाओं में 139 बार झूठ बोल चुके हैं। छत्तीसगढ़ के लोग अब प्रधानमंत्री की बातों को गंभीरता से लेना बंद कर चुके हैं। मोदी, कांग्रेस एवं भूपेश बघेल से इतना डरे हुये हैं कि आज कांकेर की सभा में अपने 45 मिनट के भाषण में 54 बार कांग्रेस का नाम लिए।
राजीव भवन में आज पत्रकार वार्ता में सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि कांकेर की सभा में आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर से सार्वजनिक झूठ बोलकर प्रधानमंत्री पद की गरिमा को गिराया है। मोदी ने अपने भाषण में सिर्फ झूठ और झूठ ही बोला। जिस राज्य में उनकी पार्टी की सरकार बनने की कोई संभावना नहीं वहां पर मुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण में लोगों को आमंत्रित करना इस बात का प्रमाण है कि प्रधानमंत्री मुंगेरीलाल के हसीन सपने देख रहे हैं। प्रधानमंत्री ने छत्तीसगढ़ की जनता के द्वारा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को प्यार से दिये गए कका संबोधन का मखौल उड़ाकर छत्तीसगढ़ का अपमान किया है।
शुक्ला ने कहा कि प्रधानमंत्री ने सफेद झूठ बोला कि धान खरीदी केंद्र सरकार करती है। मोदी बताएं यदि धान खरीदी केंद्र करती है तो धान खरीदी के लिये कितने का बजट प्रावधान किया था? कितना पैसा कब किसानों के खाते में डाला? किस संस्था के माध्यम से केंद्र ने धान खरीदी? धान खरीदी छत्तीसगढ़ सरकार अपने दम पर करती है। केंद्र का इसमें कोई योगदान नहीं है। प्रधानमंत्री बतायें देश के किन भाजपा शासित राज्यों में केंद्र सरकार धान खरीदती है?
यूपी, गुजरात, मध्य प्रदेश में धान 1200 रू. से 1400 रू. में क्यों बिकता है? प्रधानमंत्री धान नहीं खरीदते धान खरीदने पर भूपेश सरकार को धमकाते है। छत्तीसगढ़ में धान खरीदी रोकने भाजपा चुनाव आयोग में शिकायत करती है। केंद्र सरकार राज्य में 20 क्विंटल प्रति एकड़ धान खरीदी न हो इसलिये चावल लेने का केंद्रीय कोटा घटाकर 86 से 61 लाख मीट्रिक टन करती है। ऊपर से झूठ बोला जाता है कि धान हम खरीदते हैं।
शुक्ला ने कहा कि प्रधानमंत्री ने भ्रष्टाचार पर झूठ बोला जो कि खुद अडानी के भ्रष्टाचार के संरक्षक है। देश की सारी संपदा अडानी को देने पर तुले हैं।प्रधानमंत्री सोचते हैं कि उनके गलतबयानी से राज्य सरकार को बदनाम कर लेंगे तो मुगालते में हैं। पहले अपने ईडी, आईटी को भेजा जब उनसे कुछ नहीं मिला तो जुमले फेंककर राज्य सरकार को बदनाम कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने यह नहीं बताया कि नगरनार के विनिवेशीकरण की प्रक्रिया को बंद क्यों नहीं कर रहे? नगरनार को नहीं बेचने का आदेश कहां पर है? चुनाव के बाद नगरनार का मालिक अडानी बनेगा यह प्रधानमंत्री ने सुनिश्चित कर रखा है। दीपम की साइड में आज भी नगरनार इस्पात संयंत्र का नाम विनिवेशीकरण वाले संयंत्रों की सूची में है। प्रधानमंत्री ने जानबूझकर कहा कि यहां से जो खनिज निकलेगा उसका आधा हिस्सा यहां के लोगों को मिलेगा। जबकि असलियत यह है कि छत्तीसगढ़ के खनिज संसाधन मोदी जी अपने मित्रों पर लूटाने तुले हुये हैं। 2016-17 में जब छत्तीसगढ़ में रमन सिंह मुख्यमंत्री थे और केन्द्र में मोदी जी थे, बस्तर के नंदराज पर्वत में स्थित लौह अयस्क खदान अडानी को सौंप दिया गया था। रमन सरकार ने कूट रचना कर ग्राम सभा की फर्जी अनापत्ति तैयार कराई थी। भूपेश सरकार ने उसे निरस्त किया। अडानी के कोयले के परिवहन के लिये छत्तीसगढ़ से गुजरने वाली ट्रेनों को अचानक निरस्त कर दिया जाता है। छत्तीसगढ़ के संसाधन, छत्तीसगढ़ के स्टील और सीमेंट कारखाने, छत्तीसगढ़ के पावर प्लांट, छत्तीसगढ़ का कोयला, आयरन ओर बाक्साईट, टीन की खदानें मित्र अडानी को सौंपने पर तुले हैं।
शुक्ला ने कहा कि प्रधानमंत्री ने यह नहीं बताया की छत्तीसगढ़ के आदिवासी छत्तीसगढ़ के तेंदुपत्ता संग्राहकों से क्या दुश्मनी है? छत्तीसगढ़ में तेंदूपत्ता संग्राहक बीमा योजना में केंद्रांश की राशि 1 अप्रैल 2019 से मोदी सरकार ने दुर्भावनापूर्वक बंद कर दी। इसके पश्चात भूपेश सरकार ने शहीद महेन्द्र कर्मा के नाम पर तेंदुपत्ता संग्राहक बीमा योजना लागू किया। स्वास्थ सुविधाओं को लेकर प्रधानमंत्री ने गलतबयानी की है। छत्तीसगढ़ में विगत 5 वर्षों में स्वास्थ्य सुविधायें 3 गुना बेहतर हुई हैं। मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना के माध्यम से 25 लाख तक के इलाज की सुविधा छत्तीसगढ़ में दी जा रही है।
पत्रकार वार्ता में प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर, सुरेन्द्र वर्मा, प्रवक्ता मणी वैष्णव, सत्यप्रकाश सिंह एवं ऋषभ चंद्राकर उपस्थित थे।