प्रमोद मिश्रा, 6 नवंबर 2023
भिलाई। भाजपा के नेता मेरा सार्वजनिक जीवन ही नहीं बल्कि व्यक्तिगत जीवन की भी हत्या कर रहे हैं। एक फर्जी वीडियो जारी करके मेरी छवि को खराब करने की कोशिश की जा रही है। अगर भाजपा नेता चुनाव जीतना चाहते हैं तो वह आए चुनावी मैदान में और सीधे-सीधे चुनाव लड़े और सच्चाई से चुनाव जीते। लेकिन यह झूठे लोग हैं और शहर में झूठ फैला कर जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रहे है। उक्त बातें भिलाई नगर के युवा विधायक देवेंद्र यादव ने कही। देवेंद्र यादव ने रविवार को दोपहर 3:00 बजे अपने सेक्टर 5 स्थित निवास में प्रेस वार्ता ली। जहाँ मीडिया के सामने विधायक देवेंद्र यादव ने बताया कि चुनावी समय में भाजपा के नेता अब तक उनके ऊपर कई तरह के आरोप लगा रहे थे लेकिन अब वे भाजपा के नेता गंदगी फैलाने में जुटे हैं और एक फर्जी गंदी वीडियो बनाकर उन्हें बदनाम करने की कोशिश की जा रही है।
श्री यादव ने बताया कि इसकी सूचना उन्हें कुछ माह पहले ही मिली थी। तभी उन्होंने इस मामले की शिकायत पुलिस प्रशासन से की थी। पुलिस ने मामले की जांच भी की है और पुलिस को यह भी पता चला है की सबसे पहले यह वीडियो हैदराबाद से जारी हुआ था। इसके बाद यहाँ जिस नम्बर से जारी कर प्रसारित किया गया वह नम्बर भी पुलिस के पास है, लेकिन वह नंबर अब लगातार बंद है। देवेंद्र यादव ने कहा कि भिलाई में कुछ भाजपा नेता उस फर्जी वीडियो को वायरल करके हमे बदनाम करने झूठ फैला रहे है, कि वह देवेंद्र यादव का वीडियो है। जबकि वह वीडियो उनका है ही नहीं। पुलिस में शिकायत के बाद उन्होंने फॉरेंसिक जांच भी करवाई है। जिसकी रिपोर्ट भी उन्होंने मीडिया को दी है। विधायक देवेंद्र यादव ने कहा कि भाजपा के नेता मेरे व्यक्तित्व एवं जीवन पर भी प्रहार कर रहे हैं। मुझे बदनाम करने की कोशिश की जा रही है लेकिन भिलाई की जनता काफी समझदार है वह उनके झूट, कपट, प्रोपेगेंडा वह झांसे में नही आने वाली है।भिलाईवासी बुद्धिजीवी है। देवेंद्र ने कहा कि मेरा भी परिवार है, माँ, बहन, बच्चे , पत्नी, भतीजे, भाई है। भिलाई में बहनों का प्यार और विशेष मुझ पर है, हजारों बहाने मुझे राखी बांधती है। वे सब जानते है, मेरा ईश्वर जनता है सच्चाई क्या है। मेरे साथ जिस तरह से भाजपा के नेताओं ने गलत व्यवहार किया है यह मानवीय दृष्टि से भी गलत है। मीडिया से बात करते-करते विधायक देवेंद्र यादव रो पड़े इसी दौरान पापा को रोते देख बंगले से उसका नन्हा सा कोमल अबोध बेटा पापा ( देवेंद्र) के पास आ खड़ा हुआ, शायद कि उनके पापा इतने लोगो के बीच क्या बोल रहे है क्यों रो रहे है? आश्चर्यचकित होकर कभी वह अपने पापा देवेंद्र का मुंह देखते तो कभी उपस्थित लोगो की भीड़ के चेहरों को।