कोरोना से 5 की मौत, केरल में कोविड के नए वेरिएंट की एंट्री

छत्तीसगढ़

केरल |पिछले कुछ हफ्तों से केरल में कोविड-19 के मामलों में बढ़ोतरी का रुझान देखने को मिल रहा है। इसका कारण परीक्षण के लिए भेजे जाने वाले आईएलआई मामलों के नमूनों की संख्या में बढ़ोतरी है। इनमें से अधिकांश रोगियों के लक्षण चिकित्सकीय रूप से हल्के किस्म के होते हैं और वे बिना किसी उपचार के अपने घर पर ही ठीक हो जाते हैं।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से नियमित अभ्यास के एक हिस्से के तहत राज्यों की सभी स्वास्थ्य सुविधाओं में उनके सार्वजनिक स्वास्थ्य और अस्पताल की तैयारी के उपायों का आकलन करने के लिए एक मॉक ड्रिल संचालित की जा रही है। 13 दिसंबर से शुरू हुई यह गतिविधि जिला कलेक्टरों की समग्र निगरानी में की जा रही है और 18 दिसंबर 2023 तक इसके पूरी होने की संभावना है।

देश में अब तक कोरोना के 4 करोड़ 50 लाख 4 हजार 816 केस सामने आ चुके हैं. वहीं, 5 और मरीजों की मौत के बाद मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 5 लाख 33 हजार 316 पहुंच गया है. बीमारी से ठीक होने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 4 करोड़ 44 लाख 69 हजार 799 हो गई है. स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट के मुताबिक देश का रिकवरी रेड 98.81 फीसदी तो वहीं मृत्यु दर 1.19 प्रतिशत है. मंत्रालय की वेबसाइट के मुताबिक देश में अब तक COVID-19 वैक्सीन की 220.67 करोड़ खुराकें दी जा चुकी हैं

सिंगापुर से लौट रहे शख्स में भी सब वैरिएंट

एक बार फिर कोरोना के बढ़ते ममलों से लोगों के मन में डर पैदा हो गया है. बीती 8 दिसंबर को केरल में कोविड-19 के सब वैरिएंट JN.1 का एक मामला सामने आया था. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी ने बताया था कि 79 साल की महिला का 18 नवंबर को आरटी-पीसीआर टेस्ट रिजल्ट आया था. जिसमें इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी के हल्के लक्षण थे और वह कोविड-19 से ठीक हो चुकी है. इससे पहले सिंगापुर से लौटे तमिलनाडु के एक शख्स में भी JN.1 सब-वैरिएंट का पता चला था. वह व्यक्ति तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली जिले का रहने वाला था और उसने 25 अक्टूबर को सिंगापुर की यात्रा की थी.

कर्नाटक सरकार की बुजुर्गों को सलाह

कोरोना के बढ़ते मामलों के बाद कर्नाटक सरकार अलर्ट मोड पर आ गई है. कर्नाटक सरकार ने केरल और अन्य राज्यों में कोविड मामलों में बढ़ोतरी के बाद बीमार बुजुर्गों को सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनने की सलाह दी गई है.

 

 

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केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय, केरल के स्वास्थ्य विभाग के साथ नियमित संपर्क में है और राज्य में प्रवेश के विभिन्न स्थलों की निगरानी कर रहा है।

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