ब्यूरो चीफ
नई दिल्ली, 7 मार्च 2024|लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस गुरुवार को अपने प्रत्याशी तय कर सकती है. 7 मार्च को दिल्ली कांग्रेस की सेंट्रल इलेक्शन कमेटी की बैठक होने जा रही है. बैठक में मध्य प्रदेश के 3 बड़े नेता शामिल होंगे. दिल्ली में AICC हेडक्वार्टर में शाम 6 बजे होने वाली CEC की बैठक में स्क्रीनिंग कमेटी प्रदेश प्रभारी भंवर जितेंद्र सिंह, मप्र कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार और CEC मेंबर ओंकार सिंह मरकाम शामिल होंगे. बैठक में मध्यप्रदेश के अलावा छत्तीसगढ़, केरल, कर्नाटक, तेलंगाना, लक्षद्वीप, दिल्ली, राजस्थान और नॉर्थ ईस्ट के राज्यों के उम्मीदवारों के नामों पर भी चर्चा होगी.
CEC की बैठक में मध्य प्रदेश की 27 लोकसभा सीटों पर उम्मीदवार तय होंगे. बैठक में सीनियर लीडर्स को लड़ाने पर फैसला हो सकता है. छिंदवाड़ा से नकुलनाथ को एक बार फिर से उताजा जा सकता है. कांग्रेस CEC की बैठक के बाद मध्य प्रदेश की 10 से 15 सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान किया जा सकता है. पहली सूची में छिंदवाड़ा, बैतूल, राजगढ़, बालाघाट, झाबुआ, गुना, धार, देवास, सीधी लोकसभा सीट पर नाम घोषित किए जा सकते हैं.
आज आ सकती है लिस्ट
इधर, बैठक में छत्तीसगढ़ के प्रत्याशियों को लेकर भी चर्चा होगी. बैठक में शामिल होने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज दिल्ली गए हैं. वे सुबह 9 बजे रायपुर एयरपोर्ट से दिल्ली के लिए रवाना हुए. बैठक के बाद कांग्रेस की पहली सूची आ सकती है. गिल्ली जाने से पहले बैज ने भाजपा पर निशाना साधा. दीपक बैज ने कहा कि छत्तीसगढ़ की सभी 11 सीटों पर नाम तय हो जाएंगे. पुराने और नए चेहरों का समावेश होगा. लिस्ट में बड़े नेताओं का नाम भी रहेगा.
बैज ने साधा भाजपा पर निशाना
बैज ने भाजपा नेताओं की हत्या पर कहा कि भाजपा सरकार पूरी तरह असहाय हो चुकी है. बस्तर में लगातार हत्या की घटनाएं हो रही हैं. कांग्रेस सरकार में टारगेट किलिंग का आरोप लगाती थी. आज बस्तर में क्या हो रहा है? सरकार को जवाब देना चाहिए. राज्य सरकार स्टेट इन्वेस्टिगेशन एजेंसी पर कहा कि राज्य सरकार को केंद्रीय एजेंसी पर भरोसा उठ गया क्या? NIA,ED,IT,SIT सब यही काम कर रहा है. नई एजेंसी गठित करने की आवश्यकता क्यों? SIA के गठन से सरकार पर आर्थिक बोझ होगा.
चुनाव आयोग ने शुरू की तैयारियां
इधर, लोकसभा चुनाव को लेकर निर्वाचन आयोग ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. आयोग ने जिला निर्वाचन अधिकारियों और एसपी को जिलों के बॉर्डर पर चेकिंग/सख्ती बढ़ाने के निर्देश दिए. चुनाव से पहले अवैध धन, शराब और हथियार पर सख्त प्रहार करने के आदेश दिए. जिला सीमा में बने वेयर हाउस की लगातार निगरानी करने के जारी निर्देश हुए. चुनाव प्रभावित करने वाले कारकों पर अटैक करने के लिए कहा है.