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गली – गली बिक रहा महुआ शराब : कटगी में शराब की अवैध बिक्री से ग्रामीण परेशान, आबकारी और पुलिस विभाग की कार्यप्रणाली पर उठ रहे सवाल

प्रमोद मिश्रा

कटगी / बलौदाबाजार, 30 मार्च 2024

छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले के कटगी ग्राम पंचायत के रहवासी अवैध शराब की बिक्री से काफी परेशान हैं । गांव की गली – गली में शराब की अवैध बिक्री चल रही है । शराब के अवैध कारोबार से पुलिस के साथ आबकारी विभाग की भी कार्यप्रणाली पर भी कई सवाल खड़े हो रहे हैं । लोगों का कहना है कि गांव के बच्चे से लेकर बुजुर्ग को भी पता है कि गांव में इतनी ज्यादा मात्रा में महुआ शराब की बिक्री हो रही है, तो प्रशासन के जिम्मेदारों को आखिर क्यों नहीं पता चल पा रहा है? अगर ग्राम पंचायत कटगी की बात करे तो गांव में लगभग 5 से 6 जगहों पर शराब की अवैध बिक्री हो रही है ।

 

बच्चों और महिलाओं को ज्यादा परेशानी

महुआ शराब की अवैध रूप से धड़ल्ले से हो रही बिक्री से बच्चे और महिलाएं काफी परेशान नजर आ रही हैं । महिलाओं को नदी जाने से लेकर स्कूल जाने में भी शराबियों का सामना करना पड़ रहा है । लेकिन नदी जाना और स्कूल जाना लोगों की मजबूरी है जिसके चलते शराबियों के हुड़दंग को बर्दाश्त कर उन्हें अपना काम करना पड़ रहा है ।

जिम्मेदार कौन?

ग्राम कटगी में महुआ शराब की अवैध बिक्री से ग्रामीण तो काफी परेशान हैं लेकिन जिम्मेदार पुलिस प्रशासन के साथ आबकारी विभाग भी मौन बैठा हुआ है । शराब के कोचिए बेधड़क रूप से कटगी में शराब की बिक्री करा रहे हैं लेकिन जिम्मेदार गहरी नींद में सोए हुए हैं ।

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कौन करता है सप्लाई?

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक कटगी में महुआ शराब के मुख्य सप्लायर बलौदा डेरा के शराब के माफिया है जो तड़के सुबह 4 बजे शराब की सप्लाई करते हैं । सूत्र बताते हैं कि तड़के सुबह 4 बजे सप्लायर बिना नंबर की गाड़ी प्लेट से शराब विक्रेताओं के पास शराब छोड़ते हैं । शराब सप्लाई करने वालों का यह प्रतिदिन का काम है लेकिन कोई भी कार्रवाई उनपर नहीं हो पा रही है, जो कई सवाल खड़े करता है ।

विभागीय उदासीनता के चलते ग्रामीणों ने अपने कंधे में ली जिम्मेदारी

कटगी पंचायत से लगा आश्रित ग्राम कलमीडीह है जहां गांव की महिलाओं ने विभागीय उदासीनता को देखते हुए अवैध शराब को बंद करने की जिम्मेदारी अपने कंधों पर ले ली और गांव में अवैध महुआ शराब की बिक्री को बंद करा दिया ।

ग्रामीणों का क्या कहना?

ग्रामीणों का कहना है कि अगर प्रशासन चाहे तो अवैध शराब की बिक्री पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लग सकता है । ग्रामीणों का कहना है कि गांव में 6 से 7 लोग अवैध शराब की बिक्री कर रहे हैं और कुछ गिनती के शराब बनाने वाले ही शराब की सप्लाई करते हैं अगर उनपर प्रश्न कार्रवाई करता है, तो बाकी लोगों में भी खौफ होगा और लोग शराब बेचने से डरेंगे । ग्रामीणों का साफ कहना है कि कोई भी कार्रवाई आबकारी और पुलिस प्रशासन द्वारा नहीं की जा रही है ।

 

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